पश्चिम बंगाल विधानसभा का दो दिवसीय संक्षिप्त सत्र शुक्रवार से शुरू हो रहा है। सत्र के दूसरे दिन सोमवार को बहुचर्चित वस्तु व सेवा कर (जीएसटी), राज्य का नाम बदलने के मुद्दे पर सरकारी प्रस्ताव, डेंगू से उत्पन्न हालात और राज्य के प्रति केंद्र के सौतेलापन आचरण के खिलाफ सर्वदलीय प्रस्ताव पर चर्चा होगी
कोलकाता
पश्चिम बंगाल विधानसभा का दो दिवसीय संक्षिप्त सत्र शुक्रवार से शुरू हो रहा है। सत्र के दूसरे दिन सोमवार को बहुचर्चित वस्तु व सेवा कर (जीएसटी), राज्य का नाम बदलने के मुद्दे पर सरकारी प्रस्ताव, डेंगू से उत्पन्न हालात और राज्य के प्रति केंद्र के सौतेलापन आचरण के खिलाफ सर्वदलीय प्रस्ताव पर चर्चा होगी। गत 18 अगस्त को विस अध्यक्ष विमान बनर्जी की उपस्थिति में आयोजित सर्वदलीय बैठक में यह निर्णय किया गया था।
विस सचिवालय के सूत्रों ने बताया कि सत्र के प्रथम दिन शोक प्रस्ताव पारित होने के बाद सदन की कार्यवाही स्थगित हो जाएगी। बिजनेस एडवाइजरी (बीए) कमेटी की बैठक में सोमवार को सदन में लाए जाने वाले संभावित प्रस्तावों पर चर्चा की अवधि सुनिश्चित की जाएगी।
सूत्रों के अनुसार एक-एक प्रस्ताव पर अधिकतम दो घंटे का समय आवंटित किए जाने की संभावना है।
इधर, सत्तापक्ष और विपक्ष ने संक्षिप्त सत्र के लिए अपने -अपने विधायकों को सतर्क कर दिया है। सत्तापक्ष की ओर से मुख्य सचेतक निर्मल घोष ने पार्टी विधायकों को सदन की कार्यवाही में हिस्सा लेने तथा चर्चा में भाग लेने का आग्रह किया है। दूसरी ओर, प्रमुख विपक्ष कांग्रेस और वाममोर्चा भी सत्र के दौरान महंगाई और डेंगू के मुद्दे पर सरकार को घेरने की तैयारी में है।