scriptसाहस की मिसाल थी इंदिरा गांधी | korba : Indira Gandhi had the example of courage | Patrika News

साहस की मिसाल थी इंदिरा गांधी

locationकोरबाPublished: Nov 19, 2016 07:11:00 pm

महापौर ने कहा कि इंदिरा जी नारी जगत में साहस की प्रज्जवलित ज्योति थी
जिन्होने भारत को खुशहाल बनाने के लिए अपने कार्यकाल में देश को राष्ट्रीय
एकता की माला में पिरोया।

Indira Gandhi

Indira Gandhi had the example of courage

कोरबा. हमारे देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी साहस की आश्चर्यजनक मिसाल थी। गरीबों, श्रमिकों व निर्बलों की रक्षक, राष्ट्रीय एकता और अखण्डता की पुजारिन, मानवता की उद्धारक, प्रेम, सेवा, करूणा तथा सहिष्णुता की प्रतिमूर्ति थी। उक्त कथन कोरबा विधायक जयसिंह अग्रवाल ने जिला कांग्रेस कमेटी कोरबा शहर द्वारा टी.पी.नगर स्थित शक्ति स्थल पर आयोजित इंदिरा जी की 100वीं जयंती कार्यक्रम के दौरान व्यक्त किया। उन्होने आगे कहा कि इंदिरा जी की बाल्यावस्था से ही राजनीति की ओर रूचि प्रगाढ़ होने लगी थी। उन्होने 10 वर्ष की अवस्था से सम्पूर्ण भारतवासियों को आश्चर्यचकित कर दिया था।

महापौर रेणु अग्रवाल ने शक्ति स्थल पर पुष्प अर्पित करते हुए उनकी जीवनी पर प्रकाश डाला। श्रीमति रेणु अग्रवाल ने कहा कि इंदिरा जी नारी जगत में साहस की प्रज्जवलित ज्योति थी जिन्होने भारत को खुशहाल बनाने के लिए अपने कार्यकाल में देश को राष्ट्रीय एकता की माला में पिरोया।

जिला कांग्रेस कमेटी के शहर अध्यक्ष राजकिशोर प्रसाद ने इंदिरा जी को याद करते हुए कहा कि इंदिरा जी की असामयिक मृत्यु के साथ एक युग ही समाप्त हो गया। अब उनकी यादें, उनके कार्य, उनकी देश भक्ति, उनके ओजस्वी वचन आज भी प्रासंगिक हैं। राजकिशोर ने कहा कि इंदिरा जी की देश के प्रति समर्पण, मातृभूमि के प्रति ममता, राष्ट्र के प्रति त्याग को देखते हुए देशवासियों ने एक नारा दिया कि जब तक सूरज चॉद रहेगा, इंदिरा तेरा नाम रहेगा।

जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष श्याम सुंदर सोनी ने कहा कि इंदिरा जी ने बाल्यकाल से ही अनवरत अभ्यास, दृढ़संकल्प तथा अदम्य उत्साह का देदीप्यमान उदाहरण प्रस्तुत किया है। संकट की घड़ी में हिमगिरी की तरह अडिग भाव से खड़ी रही। राजनीतिक जीवन में विरोधियों के कटु प्रहार बड़े सहजभाव से सहन करती रही। युद्धकाल में महाकाली, रणचण्डी बनकर मुकाबला करती रही, शांतिकाल में भारतवासियों का तन मन से सेवा करती थी।

मकबूल खान ने बताया कि इंदिरा प्रियदर्शनी गांधी वर्ष 1966 से 1977 तक लगातार 3 पारी के लिए भारत गणराज्य की प्रधानमंत्री रही और उसके बाद चौथी पारी में 1980 से लेकर 1985 के दौरान 1984 में उनकी राजनैतिक हत्या तक भारत की प्रधानमंत्री रही। उन्होने आगे कहा कि इंदिरा जी का जन्म 19 नवम्बर 1917 को एक प्रतिष्ठित परिवार में हुआ था।

पूर्व सभापति संतोष राठौर ने उनकी जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि विभिन्न विषयों में रूचि रखने वाली श्रीमति इंदिरा गांधी जीवन को एक सतत प्रक्रिया के रूप में देखती थी जिसमें कार्य एवं रूचि इसके विभिन्न पहलू है जिन्हे किसी खण्ड में अलग नही किया जा सकता और ना ही अलग अलग श्रेणियों में रखा जा सकता है। इंदिरा जी ने अपने जीवन में कई उपलब्धियां प्राप्त की।

वरिष्ठ कांग्रेस नेता यू.आर. महिलांगे ने अपने उद्बोधन में बताया कि इंदिरा जी का पुरा जीवन उपलब्धियों से भरा हुआ है। उन्हे 1972 में भारत रत्न, 1972 में ही अकादमी पुरूस्कार सहित देश व विदेश ने कई महत्वपूर्ण पुरूस्कार से सम्मानित किया था।

सपना चौहान ने श्रीमति इंदिरा गांधी को स्मरण करते हुए कहा कि बहुत कम लोगों को इस बात की जानकारी होगी कि श्रीमति गांधी प्रतिदिन सवेरे लगभग एक घंटे तक योगाभ्यास करती थी तत्पश्चात् भजन व उपदेशों का मनन करने के बाद आगंतुकों से मिलती थी।

सपना ने बताया कि खाली समय में श्रीमति गांधी ऊन के स्वेटर बुनना पसंद करती थी। श्रीमति गांधी नियमित रूप से भजन व पूजन किया करती थी। उन्हे उस समय गोली मारी गई जब वे सुबह-सुबह पुजा करके पैदल लौट रही थी। कार्यक्रम के प्रारंभ में श्रीमति इंदिरा जी की तैल चित्र एवं शक्ति स्थल पर पुष्प अर्पित कर उन्हे श्रद्धांजलि दी गई।

इस अवसर पर नगर पलिक निगम के सभापति धुरपाल सिंह कंवर, मुरारी तिवारी, सुरेन्द्र प्रताप जायसवाल, मनीष शर्मा, कुसुम द्विवेदी, रेखा त्रिपाठी, बी. एन. सिंह, मुकेश राठौर, सीताराम चौहान, मनक साहू, सनीष कुमार, बसंत चंद्रा, अंतराम प्रजापति, मस्तुल कंवर, एफ.डी.मानिकपुरी, अविनाश बंजारे, राम गोपाल यादव, बच्चुलाल मखवानी, पंचराम आदित्य, मुर्तजा अंसारी, बनवारी आदित्य, समारू बरेठ, राजेन्द्र चौहान, सुखीराम जांगड़े, प्रभात कुमार, कन्हैया राठौर, शशी पटेल, कुंजबिहारी, चरण लाल, पीयुष पाण्डेय, विनोद सोनकर, जसवंत सिंह, सीमा उपाध्याय, मालती गभेल, मनीषा अग्रवाल, नरेश दिवान, अजय यादव, महेन्द्र थवाईत, वेद नायक सहित भारी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता व क्षेत्रवासी उपस्थित थे।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो