कोरबा. शव रखकर बालको के मटेरियल गेट जाम करने के आरोप में निजी सुरक्षा एजेंसी एनआईएस के सिक्यूरिटी सुपरवाइजर सहित 10 से 15 सुरक्षागार्डों के खिलाफ रास्ता रोककर बलवा करने का मुकदमा दर्ज किया गया है। बालको में निजी सुरक्षा एजेंसी एनआईएस के अधीन नियोजित सुरक्षा गार्ड टी शरद की दो दिन पहले मौत हो गई थी। घटना से आक्रोशित सुरक्षा गार्डों ने शुक्रवार रात शरद के शव को बालको एल्युमिना गेट के अन्दर रखकर बवाल किया था। आश्रित को नौकरी और पांच लाख रुपए मुआवजा की मांग को लेकर हंगामा किया था। मांगे पूरी नहीं हुई। शुक्रवार रात से शुरू हुआ प्रदर्शन शनिवार दोपहर तक जारी था। इससे आवागमन बाधित हुआ था। समझाइस पर सुरक्षागार्डों ने शव को मटेरियल गेट से हटा लिया था। इधर, बालको के सुरक्षा अधिकारी हीरामणी शर्मा की रिपोर्ट पर एनआईएस सिक्यूरिटी एजेंसी के सुपरवाइजर अनिल दुबेे, सुरक्षा कर्मी परवीन हजारीका, देवजीत गोगई और हरिचरण सिंह के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज किया गया है। इसके अलावा 10 से 15 सुरक्षा गार्डों पर आईपीसी की धारा 341 (रास्ता रोककर) और 147 ( बलवा) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। बालको प्रबंधन ने आंदोलन से आर्थिक नुकसान और संयंत्र के भीतर आवागमन बाधित करने का आरोप लगाया है। ये मामला तबियत खराब होने पर सुरक्षा गार्ड टी शरद सिंह को एनआईएस सिक्युरीटी एजेंसी ने बालको के विभागीय अस्पताल में भर्ती किया था। हालत गंभीर होने पर एक निजी अस्पताल रेफर किया गया था। इलाज के दौरान गार्ड की मौत हो गई थी। इससे एजेंसी के लोग आक्रोशित हो गए। इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया था। सुरक्षा गार्ड हड़ताल पर इधर, प्रबंधन की ओर से एफआईआर दर्ज कराए जाने के विरोध में सिक्यूरिटी एजेंसी एनआईएस के सुरक्षा गार्ड हड़ताल पर चले गए हैं। इसे टालने की कोशिश जारी है।