अपनी जान बचाने जंगल में 3 भालुओं से भिड़ गया ग्रामीण
ग्राम पंचायत दुधनियाखुर्द स्थित जंगल में बकरी चराने के दौरान भालुओं ने
ग्रामीण पर किया हमला, घायल का जिला अस्पताल में चल रहा इलाज
बैकुंठपुर. जंगल में बकरी चराते समय अचानक चार जंगली भालूओं ने अधेड़ पर हमला कर दिया। 3 भालुओं के झुंड से वृद्ध भिड़ गया। लगभग आधे घंटे तक भालुओं से संघर्ष किया और उन्हें भागने के लिए मजबूर होना पड़ा। इस दौरान अधेड़ गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर सरपंच समेत सैकड़ों ग्रामीण पहुंच गए और घायल अधेड़ को जिला अस्पताल भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
कोरिया जिले के बैकुंठपुर से लगे ग्राम दूधनियाखुर्द निवासी मोहर साय पिता बालकरण (50) मंगलवार को बकरी सहित अन्य मवेशियों को चराने के लिए पास के जंगल में लेकर गए थे। इस दौरान करीब 4 बजे अचानक चार जंगली भालुओं का झुंड पहुंचा और अधेड़ पर हमला कर दिया।
उसने पूरी हिम्मत के साथ भालुओं से भिड़ गया और जैसे-तैसे भालुओं के चंगुल से भाग निकला। हमले से उसके हाथ, पीठ, जांघ, पेट पर चोट लग गई। ग्रामीण व कटगोड़ी सरपंच की मदद से घायल को संजीवनी एक्सप्रेस 108 से जिला अस्पताल भर्ती कराया गया है। अस्पताल में घायल अधेड़ का उपचार जारी है।
झुंड में शावक भी शामिल
घायल मोहर साय का कहना है कि भालुओं के झुंड में दो शावक भी शामिल थे। जंगल से लगे ग्राम में फसल, सीता फल के चक्कर में कभी-कभी गांव भी पहुंच जाते हैं। ऐसे में ग्रामीणों में दहशत का माहौल है और भालुओं के डर से ग्रामीण अपने घरों से बाहर नहीं निकलते हैं।