कोटा. बीमारी से लड़ते-लड़ते आखिरकार पत्नी की सांसें थम गई और पति-पुत्री की दुनिया ही उजड़ गई। पति-पुत्री मौत से इतना आहत हुए कि गुरुवार को दोनों ने अपनी भी इहलीला समाप्त कर ली। बालिता रोड कच्ची बस्ती निवासी सुरक्षा गार्ड व उसकी पुत्री ने जहरीले पदार्थ का सेवन कर जान दे दी। पत्नी ने बुधवार रात ही दम तोड़ दिया था। मृतक परिवार के परिजनों का पता नहीं चला है। पुलिस ने शवों को मोर्चरी में रखवाया है। मृतक के कमरे से सुसाइडल नोट भी मिले हैं।
पुलिस के अनुसार अमरलाल शर्मा (40) व उसकी पुत्री अंजली (13) ने घर पर ही जहर का सेवन कर जान दे दी। मृतक करीब डेढ़ माह से बस्ती में नारायणसिंह के मकान में किराये पर रह रहा था। नारायण सिंह ने बताया कि अमरलाल की पत्नी किरण (35) को पीलिया व टाइफाइड था।
किरण की बुधवार रात ज्यादा तबीयत खराब हो गई। उसे एमबीएस अस्पताल लेकर गए, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। शव को मोर्चरी में रखवा दिया था। इसके बाद पिता व पुत्री घर पर आ गए। सुबह 8 बजे करीब नारायणसिंह अमरलाल के कमरे पर गया। कमरा अंदर से बंद था। काफी आवाज लगाने के बाद भी गेट नहीं खुला तो उसने कुन्हाड़ी पुलिस को सूचना दी। सूचना पर थानाधिकारी रामखिलाड़ी मीणा, सहायक उपनिरीक्षक योगेश कुमार मौके पर पहुंचे। उन्होंने कमरे का गेट तोड़ा तो पिता व पुत्री मृत पडे़ थे। पास में कटोरी में जहर पड़ा था। पुलिस को बात समझते देर नहीं लगी। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनंत कुमार ने भी घटना स्थल का मौका मुआयना किया। पुलिस को कमरे से दवाइयों से भरा थैला भी मिला। पुलिस ने शव मोर्चरी में रखवा दिए हैं।
परिजनों का नहीं चला पता
मृतक मूलरूप से जयपुर जिले के सांगानेर के निवासी हैं। पुलिस ने पूरे कमरे को खंगाल लिया, लेकिन मृतक के परिजनों का पता या कोई दस्तावेज नहीं मिला। यहां तक की कोई फोटो भी नहीं मिला। मृतक एक कोचिंग सेन्टर पर डेढ़ माह से चौकीदारी कर रहा था। पुलिस मृतक के मोबाइल से नम्बरों के आधार पर परिजनों का पता कर रही है।
पत्नी की बीमारी से परेशान था
मृतक कोचिंग संस्थान में एक सिक्यूरिटी कंपनी के मार्फत नौकरी करता था। पुलिस को कंपनी के कर्मचारियों ने बताया कि अमरलाल दो माह पहले नौकरी मांगने आया था। पहले तो उसे मना कर दिया गया था, लेकिन उसने अपनी पत्नी की बीमारी का हवाला दिया। काफी मिन्नतों के बाद उसे पांच हजार रुपए प्रतिमाह पर नौकरी मिल गई। उससे कई बार आईडी प्रूफ को लेकर फोटो मांगा, लेकिन वह आजकल में देने की बात कहता रहा। मकान मालिक नारायण ने बताया कि मृतक का परिवार काफी शांत प्रवृत्ति का था। उन्हें कभी झगड़ते भी नहीं देखा। उन्हें पंद्रह सौ रुपए में किराये पर कमरा दिया था।