कोटा। वर्धमान महावीर खुला
विश्वविद्यालय के परीक्षार्थी अब जितना प्रश्न हल करेंगे, उसके उन्हें उतने ही अंक
दिए जाएंगे। विवि में एग्जाम मार्किüग सिस्टम लागू करने को विद्या परिषद ने हरी
झंडी दे दी। इसके साथ ही विज्ञान वर्ग के छात्रों की प्रयोगात्मक परीक्षाएं कॉलेजों
में कराने का फैसला भी लया गया।
विवि में अब नई प्रणाली मार्किüग सिस्टम से
परीक्षाएं कराई जाएंगी। कुलपति प्रो. विनय पाठक ने बताया कि नई प्रणाली में अब
प्रश्न पत्र सैट करने वाले शिक्षक उसके साथ सवालों के हल भी तैयार करके विवि को
भेजेंगे। जिसके आधार पर उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया जाएगा। इसमें जितने
स्तर तक जवाब दिया गया है, उस स्तर तक के अंक दिए जाएंगे। इसके साथ ही विवि विज्ञान
वर्ग के छात्रों के लिए अध्ययन केंद्र के पास ही महाविद्यालय में प्रयोगात्मक
परीक्षाएं भी आयोजित कराएगा। विषय संयोजकों के नेतृत्व में ये प्रेक्टिकल परीक्षाएं
संपन्न कराई जाएंगी।
कश्मीरी विस्थापितों को प्रवेश में रियायत
मानव संसाधन
विकास मंत्रालय ने सभी विश्वविद्यालयों को कश्मीरी विस्थापितों को प्रवेश में विशेष
रियायत देने के निर्देश जारी किए थे। वीओएमयू विद्या परिषद ने कश्मीरी विस्थापितों
को कट ऑफ में दस फीसद की रियायत देने, पांच फीसद कोटा रखने और सभी प्रोफेशनल एवं
टेक्निकल विषयों में कम से कम एक-एक सीट आरक्षित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे
दी।
बीएड में होगी सालाना परीक्षा
कुलपति ने बताया कि बीएड का पाठयक्रम
दो साल का होगा, लेकिन सेमेस्टर प्रणाली के बजाय सालाना परीक्षाएं आयोजित की
जाएंगी। बैठक में लखनऊ विवि के प्रो. अनिल शुक्ला और राजस्थान विवि से सेवानिवृत्त
प्रो पीएस वर्मा वाह्य सदस्य के रूप में मौजूद रहे।