दो दिन एक तिथि पड़ने के कारण इस बार Navratri 10 दिन की होगी। श्रद्धालु मां के नौ स्वरूपों की आराधना 10 दिनों तक करेंगे।
Navratri 2016 Images
Lucknow News. वैसे तो नवरात्र 9 दिन के होते हैं लेकिन 18 साल बाद यह पहला अवसर है कि इस बार नवरात्र 10 दिन के हैं। इसलिए आपको 10 दिनों तक व्रत रखना पड़ेगा। दो दिन एक तिथि पड़ने के कारण इस बार नवरात्र 10 दिन की होगी। श्रद्धालु मां के नौ स्वरूपों की आराधना 10 दिनों तक करेंगे। शनिवार से शुरू होने वाले नवरात्र में दो दिन मां के दूसरे स्वरूप की आराधना होगी। इस दौरान भक्त एक दिन मां से आतंकवाद का सफाया करने की मांग करेंगे।
पं. शक्ति मिश्रा ने बताया कि नौ दिन होने वाली नवरात्र 10 दिन के होने से सुख, समृद्धि और शांति की बढ़ोतरी होगी। एक अक्टूबर को प्रतिपदा को कलश स्थापना के साथ ही मां के प्रथम स्वरूप शैलपुत्री की आराधना की जाएगी। दो तथा तीन को मां के द्वितीय स्वरूप की आराधना होगी। नौ अक्टूबर को अष्टमी पूजन होगा और 10 को नवमी पड़ेगी तथा 11 को दशहरा होगा।
यह भी पढ़ें- यह है शारदीय नवरात्रि 2016 का कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त , ऐसे करें पूजा उन्होंने बताया Shardiya Navratri के पहले दिन पूजा स्थल को गोबर से लीपने के बाद स्वच्छ मिट्टी से वेदी बनानी चाहिए। जौ-गेहूं को बोने के बाद मिट्टी या धातु के कलश की स्थापना करना चाहिए। उसके सामने देवी प्रतिमा की स्थापना करें। पल्लव और उनके ऊपर अनाज की कटोरी रखकर दीपक की स्थापना करें और दीपक पर चावल-अक्षत चढ़ाएं। पूर्व की ओर मुख करके देशी घी या तेल का दीपक जलाएं।
कलश को नैवेद्य-मिष्ठान का भोग लगाएं और पुष्प चढ़ाकर मां के पहले रूप की पूजा-आराधना करें। देवी पुराण के मुताबिक दक्षिण मुख की देवी का पूजन शुभ फल देने वाला और पूर्व मुख देवी का पूजन जय प्रदान करने वाला होता है। जबकि पश्चिम मुख देवी का पूजन सदा स्थापन उत्तम रहता है। Ghatasthapna के बाद यथाशक्ति नवाक्षर मंत्र ‘ऊं दुर्गे दुर्गे रक्षिणि स्वाहा’ का जप करना चाहिए।
यह हैं शारदीय नवरात्र की तिथियां (Shardiya Navratri Date) – 01 अक्टूबर 2016 को शारदीय नवरात्रि का पहला दिन है। इस दिन कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 06:17 बजे से 07:29 बजे तक है। प्रथम नवरात्र को देवी शैलपुत्री रूप का पूजन किया जाता है। -02 अक्टूबर 2016 को प्रतिपदा तिथि दो दिन होने की वजह से इस दिन भी देवी शैलपुत्री की पूजन किया जायेगा। -03 अक्टूबर 2016 को दूसरा नवरात्र है इस दिन देवी ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है। -04 अक्टूबर 2016 को तीसरा नवरात्र है इस दिन देवी दुर्गा के चन्द्रघंटा रूप की आराधना की जाती है। -05 अक्टूबर 2016 को चौथा नवरात्र है इस दिन मां भगवती के देवी कूष्मांडा स्वरूप की उपासना की जाती है। – 06 अक्टूबर 2016 को पांचवा नवरात्र है इस दिन भगवान कार्तिकेय की माता स्कंदमाता की पूजा की जाती है। -07 अक्टूबर 2016 को छठा नवरात्र है इस दिन मां कात्यायनी की पूजा की जाती है। -08 अक्टूबर 2016 को सातवां नवरात्र है इस दिन मां कालरात्रि की पूजा का विधान है। -09 अक्टूबर 2016 को नौवां नवरात्र है इस दिन मां महागौरी की पूजा के साथ कन्या पूजन भी किया जाता। -10 अक्टूबर 2016 को दसवां नवरात्र है इस दिन देवी सिद्धदात्री स्वरूप की पूजा की जाती है।