चुनाव नज़दीक है और बीजेपी में एक बार फिर से सीएम फेस को लेकर चर्चा गरम होने लगी है
Smriti Irani and Yog adityanath
लखनऊ.चुनाव नज़दीक है और बीजेपी में एक बार फिर से सीएम फेस को लेकर चर्चा गरम होने लगी है। अमित शाह ने लखनऊ दौरे में साफ कर दिया था की विपक्ष का रुख देख कर ही वह अपना यूपी सीएम कैंडिडेट मैदान में उतारेंगे। लगता है अब समय आ गया है की बीजेपी उस नाम की घोषणा कर दे। यही वजह है की सोशल मीडिया में इन दिनों पब्लिक ने बीजेपी के चर्चित मंत्री के तौर पर अपना समर्थन दे दिया है।
दरअसल हाल ही में बीजेपी राष्ट्रिय अध्यक्ष ने यह भी कहा था की बीजेपी योगी आदित्यनाथ, वरुण गांधी और स्मृति ईरानी में से जनता के फेवरेट कैंडिडेट को सीएम फेस के लिए सामने लाएंगे। इसके लिए एक सर्वे भी होगा। सूत्रों की मानें तो इस सर्वे में स्मृति ईरानी सबसे ज्यादा लोकप्रिय हो रही हैं। इस सर्वे में स्मृति ने सभी को पछाड़ दिया है।
दरअसल सोशल मीडिया में स्मृति के नाम से Smriti Irani For UP CM पेज बना है। इस पेज उनके समर्थकों द्वारा बनाया गया है जिसमें उनके लिए जनाधार जुटाया जा रहा है। इस पेज में स्मृति को यूपी सीएम के तौर पर पसंद किया जा रहा है। इस पेज को खबर लिखे जाने तक 392,214 लाइक मिल चुका है।
इस पेज के जरिये स्मृति ईरानी पकिस्तान के कश्मीर में आतंकी हमले को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी के उठाये ठोस कदम की चर्चा की जा रही है। स्मृति ईरानी के इस पेज में हर दिन पीएम मोदी और पकिस्तान से जुडी खबरों को जनता तक पहुंचाया जा रहा है। इस पेज से लगातार लोग जुड़ रहे हैं।
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष केशव मौर्या ने बताया जल्द ही बीजेपी के सीएम फेस की घोषणा होगी। उन्होंने कहा की इसके लिए सर्वे चल रहे हैं। सही समय देख इसकी घोषणा हो सकती है। स्मृति ईरानी के नाम पर मुहर लगाने की बात पर उन्होंने कहा की यह आला कमान का फैसला होगा इसमें अभी कुछ नहीं कहा जा सकता।
योगी आदित्यनाथ सीएम फेस नहीं कारण है यह
गोरखपुर से सांसद योगी आदित्यनाथ को यूपी में पार्टी का सीएम उम्मीदवार बनाने की चर्चा रही है। संघ चाहता है कि योगी को आगे कर हिंन्दुत्व के एजेंडे को आगे लाया जाए। लेकिन योगी के नाम पर पार्टी में सहमति बनाना आसान नहीं होगा, क्योंकि उनकी छवि कट्टर हिंदूवादी नेता की है।
वरुण गांधी: सुल्तानपुर से भाजपा सांसद वरुण गांधी युवाओं के एक वर्ग की पसंद हैं। लेकिन इनमें राजनीतिक अनुभव की कमी है। इसके अलावा एक बात जो उनके खिलाफ जाती है वह है कि उनके केंद्र से रिश्ते भी बेहतर भी नहीं हैं। बीजेपी इस बार यूपी में जानबूझकर कोई जोखिम लेना नहीं चाहता।
स्मृति क्यों हैं पसंदीदा यूपी में अगर कांग्रेस की शीला दीक्षित, सपा के अखिलेश और बसपा सुप्रीमों मायावती को कोई टक्कर दे सकता है तो वह स्मृति ईरानी हैं। स्मृति बीजेपी की पहली पसंद हैं। हालांकि उनका बाहरी होना सबसे बड़ा माइनस प्वाइंट है।