यूपी विधानसभा पर आतंकी हमले की आशंका को देखते हुए एटीएस ने कमान संभाल ली। UP Vidhansabha दोबारा संदिग्ध वस्तु मिलने पर बुलेटप्रुफ केबिन बनाने की योजना पर जोर दिया जा रहा है।
UP Vidhansabha ATS
लखनऊ. उत्तर प्रदेश विधानसभा में पीईटीएन विस्फोटक मिलने के बाद सुरक्षा को लेकर बेहद सख्ती बरती जा रही है। विधानसभा के अंदर और बाहर एटीएस कमांडोस की विशेष नज़र है। एटीएस कमांडोस ने विधानसभा के चप्पे-चप्पे की तलाशी ली। वहीं फायर विभाग ने आपात स्थिति से निपटने के लिए मॉकड्रील की। आतंकी हमले की संभावनाओं को देखते हुए विधानसभा के अंदर बुलेट प्रुफ केबिन बनाने की तैयारी की जा रही है।
एटीएस आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार विधानसभा परिसर में दोबार संदिग्ध पैकेट मिलने पर शनिवार को भी हड़कंप मच गया। शनिवार को एटीएस ने पूरे विधानसभा परिसर की संघनन तलाशी ली। एसपी एटीएस पी चौधरी ने बताया कि सुरक्षा योजना के आधार पर पूरे परिसर का जायजा लिया गया, ताकि कामाडोस हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार हो सके।
बुलेट प्रूफ केबिन पर हो रहा विचार विधानसभा के सभी गेट पर बुलेट प्रूफ केबिन तैयार करने पर विचार किया जा रहा है। सदन में मिले विस्फोटक को आतंकी वारदात से जोड़कर देखा जा रहा है। ऐसे में भविष्य के लिए विधानसभा के सभी गेटों पर मौजूद चेक प्वाइंट पर बुलेट प्रूफ केबिन तैयार की बात सामने आई है। इस केबिन में चौबिसों घंटे हथियार बंद जवानों को तैनात करने की योजना बन रही है।
एनआईए को सौंप सीडी विस्फोटक मामले में एटीएस के साथ मुख्य रुप से एनआईए को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है। सूत्रों के मुताबिक शनिवार को सत्र के दौरान विधानसभा कार्यवाही की सीडी एनआईए ने अपने कब्जे में ली है। जांच अधिकारी सदन में इंट्री पाने वाले कर्मचारियों से पूछताछ भी कर रहे हैं।
रोके जा रहे विधायक और मंत्री सुरक्षा के सख्ती के बाद नियम को ताक पर रखने वाले विधायक और मंत्रियों को भी नहीं बख्सा जा रहा है। सुरक्षाकर्मी सख्त हिदायत मिलने के बाद बिना पास के किसी को विधानसभा परिसर में आने नहीं दे रहे हैं। यहां तक कई नेता और मंत्रियों के साथ मौजूद लोगों को वापस लौटा दिया गया।