वैज्ञानिकों ने तैयार किया औषधीय गुणों से भरपूर गेंहू की प्रजाति, मधुमेह में फायदेमंद
चंद्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की वैज्ञानिक ने खोजी गेहूं की प्रजाति
Wheat Variety Discover For Diabetes Disease
लखनऊ.अभी तक तो मधुमेह में जौ के आटे को फायदेमंद बताया जा रहा था लेकिन अब गेहूं का आटा भी डायबिटीज में फायदेमंद होगा। मधुमेह की बिमारी में अब अगर आप गेहूं के आटे का इस्तेमाल करेंगे तो यह आपको स्वस्थ रखेगा साथ ही आपके शुगर लेवल को भी कंट्रोल करेगा।
उत्तर प्रदेश कानपुर के चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्विद्यालय (सीएसए) ने बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली है। यहां की महिला कृषि वैज्ञानिक ने राई को मिलाकर गेहूं की नई प्रजाति ‘टिटिकल’ से औषधीय गुणों से भरपूर गेंहू की प्रजाति बना ली है। यह प्रजाति मधुमेह और हृदय रोगों में लाभदायक है।
इजाद की गई गेहूं मेडिसिनल गेहूं ‘टिटिकल’ में है फाइबर
वैज्ञानिक विक्सन सिक्रोडिया ने बताया कि तैयार किए गेहूं में फाइबर, ग्लाइसेमिक इंडेक्स और प्रोटीन की भरपूर मात्रा है। यह सेहत के लिए बेहद लाभदायक है। सीएसए में इस प्रजाति के बीज विकसित किए जा रहे हैं। औषधीय उत्पादों का अभी व्यावसायिक उत्पादन शुरू नहीं हुआ है।
ऐसे तैयार हुआ टिटिकल गेहूं जानें लाभ
टिटिकल गेहूं सेहत और स्वाद दोनों कसौटियों पर बेहतर साबित होगा।इसमें पेट और आंतों के लिए फायदेमंद फाइबर भी है। यह कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करेगा। इससे दिल की बिमारियां ठीक होंगी। नई प्रजाति के गेहूं के आटे का प्रयोग करने से ग्लूकोज बनने की रफ़्तार काम हो जाती है वैज्ञानिक विक्सन सिक्रोडिया ने बताया कि टिटिकल गेहूं राई और गेहूं की क्रास वैरायटी ‘टिटिकल’ है। दोनों के जीन को मिलाकर विकसित की गई टिटिकल गेहूं की प्रजाति मैनमेड सेरियल (मानव निर्मित प्रजाति) भी कहलाती है। भारत में अभी इसके उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए जागरूकता बढ़ाई जा रही है। विदेशों में इस तरह की फसलों का भारी मात्रा में उत्पादन हो रहा है।
टिटिकल गेहूं में मौजूद हैं यह ख़ास तत्व
फाइबर
फोलेट
प्रोटीन
कैल्शियम
आयरन
जिंक
गेहूं की सामान्य प्रजाति में होता है यह
फाइबर
कैल्शियम
फोलेट