अब विधानसभा में घुसना आसान नहीं होगा। पीएसी से लेकर अन्य सुरक्षा बलों के घेरे से होकर विधानसभा में घुसना होगा।
लखनऊ. विधानसभा में विस्फोटक मिलने से पूरा सदन अचम्भे में था। शुक्रवार को सदन की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई वैसे सबने इस घटना की निंदा की और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सदन की सुरक्षा बढ़ाए जाने और घटना की जांच कराने का आग्रह विधानसभा अध्यक्ष से किया। इस पर विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने पूरे मामले की जांच एनआईए से कराए जाने आश्वासन दिया। अब विधानसभा में घुसना आसान नहीं होगा। पीएसी से लेकर अन्य सुरक्षा बलों के घेरे से होकर विधानसभा में घुसना होगा।
विधायकों से लेकर हर व्यक्ति की तलाशी की नई परंपरा
विधानसभा की सुरक्षा को लेकर अब यह तय किया गया है कि विधानसभा परिसर में आने के लिए अब सुरक्षा के कई दायरों से सबको गुजरना होगा। अभी तक विधायक व पूर्व विधायक के साथ कई लोग सदन के पास चले आते थे, पर सुबह मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद सदन में प्रवेश करना कठिन हो गया है। सदन में पारित प्रस्ताव के बाद विधायकों के वाहनों की भी चेकिंग होने लगी। इससे कई बार सुरक्षा कर्मियों और विधायकोंं के समर्थकों के बीच तनाव की स्थिति पैदा हो गई। हर गेट पर पीएसी की क्यूक रिसपांस टीम तैनात की जाएगी। विधानसभा के छह गेटों पर स्केनर लगाए जाएंगे। इन स्केनरों से हर व्यक्ति का सामान जांच के बाद ही परिसर के अंदर जाने दिया जाएगा।
वाहनों के पास निरस्त
सदन में पारित प्रस्ताव के बाद अब केवल विधायकों के वाहनों को ही सदन में प्रवेश मिल सकेगा। बाकी सभी लोगों के पास निरस्त कर दिए गए हैं। विधानसभा सचिवालय के पासों की संख्या कम करने के लिए शासन को निर्देशित किया गया है कि अब नए सिरे से स्क्रिूटनी के बाद फिर से पास जारी किए जाएंगे।
ड्राइवरों के पास पुलिस वेरीफिकेशान के बाद जारी होंगे
सदन ने तय किया है कि अब ड्राइवरों के प्रवेश को तब ही अनुमति मिलेगी जब ड्राइवर का भी पास बना हो। अब तक वाहन पास के आधार पर अन्य लोग गाडिय़ों में बैठकर विधानसभा तक आ जाते थे। अब ऐसा मुश्किल होगा। ड्राइवरों के पास भी तब ही बनेंगे जब उनका पुलिस वेरीफिकेशन पूरा हो जाएगा।
विधायकों के साथ एक ही व्यक्ति
विधानसभा में अब तक विधायकों के साथ दर्जनों लेाग चले आते थे जिससे वहां के कर्मचारियों को काम करने में दिक्कत आती थी। अब शासन ने तय किया है कि जिन विधायकों का पहले से पास बना हुआ है वे अपने साथ एक ही व्यक्ति को ले जा सकते हैं।
राजा भइया बोले एमएलए की सुरक्षा बढ़ाई जाए
विधायक मुख्तार अंसारी, राजा भइया सदन के बाहर सेंट्रल हाल में जब एक साथ दिखे तो मीडिया ने उन्हें इस मुद्दे पर घेरा और सवाल किया कि क्या ये सुरक्षा व्यवस्था ठीक है? इस पर उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा कि जब प्रदेश के सबसे महत्वपूर्ण स्थान की यह हालत है तो आम विधायक का क्या होगा। उन्होंने मांग की कि सरकार को चाहिए हम लोगों की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाए।