scriptCM अखिलेश की चुनावी मजबूरी, अधूरे कामों का लगातार हो रहा लोकार्पण | CM Akhilesh yadav to inaugurate heritage zone incomplete project | Patrika News

CM अखिलेश की चुनावी मजबूरी, अधूरे कामों का लगातार हो रहा लोकार्पण

locationलखनऊPublished: Nov 29, 2016 01:52:00 pm

Submitted by:

Dikshant Sharma

पहली बार नहीं होने जा रहा है किसी अधूरे काम का लोकार्पण

cm akhilesh yadav

cm akhilesh yadav

लखनऊ। जैसे जैसे चुनाव करीब आ रहे हैं सपा सरकार अपने कार्यकाल में हुए सभी कार्यों का श्रेय लेने से पीछे नहीं हटना चाहती। ज़ाहिर है हटे भी क्यों? चुनावी सीजन है और #कामबोलताहै के सहारे सीएम अखिलेश यादव डेवलपमेंट का अजेंडा जनता के बीच लेजाना चाहते है। लेकिन इस होड़ में लगी सत्ताधारी सरकार अधूरे कामों का भी तेज़ी से लोकार्पण कर रही है। इसी क्रम में लखनऊ स्मार्ट सिटी में चुने गए हेरिटेज ज़ोन का लोकार्पण आगामी 4 दिसम्बर को प्रस्तावित है। सीएम अखिलेश इसका लोकार्पण करेंगे।

अभी काम है अधूरा
इससे पहले लोकार्पण अक्टूबर महीने में प्रस्तावित था लेकिन अधूरे काम के चलते ही इसे टाल दिया गया। एक बार फिर मुख्यमंत्री अधूरे काम का लोकार्पण करने जा रहे हैं।
http://img.patrika.com/upload/images/2016/11/29/heritage11-1480407264.jpg

-यहाँ बने नए कम्युनिटी सेंटर के पीछे एक ग्रुप हाउसिंग बनाई गई है जिसका नक्शा पास नहीं है।
-शीशमहल तालाब अवैध निर्माण से घिरा हुआ है।
-कोबाल्ट की बनी सड़क दिन पर दिन चिकनी होती जा रही है, जो आने वाले समय में दुर्घटनाओ को न्योता देगा।
 -टीले वाली मस्जिद के पीछे अब तक सड़क का निर्माण पूरा नहीं हुआ है।
-नींबू बाग बिजली उपकेंद्र हटाना जाना प्रस्तावित था जो अभी तक नहीं हो पाया है।
 -पार्किंग की समस्या से जूझ रहे इस क्षेत्र में 200 करोड़ खर्च कर रही है लेकिन समस्या अभी भी काबिज़ है।
-यहां आने वाले पर्यटकों के लिए फूडकोर्ट बनना था जो अभी तक नही बना है।

इससे पहले कई अधूरे कामो का हो चुका है लोकार्पण

-21 नवंबर 2016 को हुए लखनऊ आगरा एक्सप्रेसवे के लोकार्पण के दिन ज़मीन पर प्लेन उतरे। लेकिन ये भी सही है कि अभी भी साइन बोर्ड, डिवाइडर, डिफर लाइन, सर्विस लेन और सड़क पर कट जैसी सुविधाएं पूरी नहीं हुई है। सफर कर चुके यात्री वीडी त्रिपाठी ने कहा कि इससे अच्छा पुराना रुट है सिर्फ थोड़े ही पैच पर सड़क बनी है बाकि अभी भी अधूरी है।



डायल 100 परियोजना भी हाल ही में लांच हुई है। अभी सिर्फ इस योजना को 11 जिलों में शुरू किया गया है, जबकि इसे प्रदेश के 75 जिलों में शुरू करना है।



2014 में बने एशिया के सबसे बड़े पार्क जनेश्वर मिश्र पार्क आज भी अधूरा है। लगभग 2 साल से गंडोला बोट का सञ्चालन नहीं हो सका है। इसके लोकार्पण के समय न किड्स जोन बना था और न झील कम्‍प्लीट थी। आज भी यहां कहानी घर और इन्‍डोर स्टेडियम निर्माणधीन ही है।



3 अक्टूबर को नए लोक भवन का लोकार्पण हुआ। यहां तीन ब्लॉक बनने थे लेकिेन सिर्फ एक ही ब्लॉक बनने के बाद ऑफिस का इनॉगरेशन कर दिया गया। ऑफिस में पार्किंग का भी चल रहा है।

जेपीएनआईसी में म्यूजियम ब्लॉक बनते ही इसका लोकार्पण 11 अक्टूबर को कर दिया गया। वहीं, अभी हैलीपैड, स्पोर्ट्स ब्लॉक, एक्वेटिक ब्लॉक और गेस्ट हाउस का काम पूरा होना बाकी है।

रिवर फ्रण्ट डेवलपमेंट प्रोजेक्ट में 12 किलोमीटर में काम होना है जो कि लगभग 2 किलोमीटर ही हुआ है।

बताते चलें कि 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान आचार सहिंता लगने से 10 दिन पहले अखिलेश यादव ने 10 हजार करोड़ रुपए की योजनाओं का शिलान्यास किया था लेकिन इसका कुछ ख़ास असर देखने को नहीं मिला।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो