लखनऊ,सुरक्षा की बात हो और महिलाएं न हो यह हो ही नहीं सकता । बढ़ते क्राइम को देखते हुए राजधानी की लड़कियों को अपनी रक्षा के लिए ख़ास ट्रेनिगं दी जा रही हैं । महिला विद्यालय में छात्राओं को आत्मसुरक्षा हेतु निःशुल्क मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण प्रदान करने के लिये ‘‘डैगन अकादमी आफ मार्शल आर्टस’’ के सहयोग से कार्यशालाओं का आयोजन किया गया हैं । जिसमें महिलाओं – लड़कियों को उनके साथ होने वाली घटनाओं के ख़िलाफ़ मजबूती के साथ खड़े होने काम कर रही हैं,‘‘डैगन अकादमी आफ मार्शल आर्टस’’इनके मुख्य प्रशिक्षक जे.पी. त्रिपाठी व उनकी टीम द्वारा छात्राओं को शारीरिक रूप से मजबूत बनाकर उनके अन्दर आत्मविश्वास उत्पन्न करने का प्रयत्न किया गया। और उन्होंने बतायाकि हम लोग अपनी बेटियों को कमज़ोर न बनाये उनके अंदर आत्म विश्वास को पैदा करे तभी हम अपनी बेटियों को आगे बढ़ा पाएंगे |
साथ जे.पी. त्रिपाठीने कहा कि वही जिससे किसी भी तरह की समस्या आने पर वह उसका डटकर मुकाबला कर सके प्रशिक्षण में हाथ से छुड़ाने की विभिन्न तकनीकों, आक्रमकता का मुकाबला करने, किक एवं पंच सहित बैक पंच, विभिन्न गैजेटस का प्रयोग करना आदि सिखाया गया। शार्ट स्टिक के द्वारा आत्मरक्षा में डन्डे को जानलेवा कैसे बनाये, दुप्पटे से घातक प्रहार कैसे करें, सेन्ट के स्प्रे के द्वारा किस तरह आंखों पर हमला कर अपनी रक्षा करें , आदि के बारे में भी विस्तार से तकनीकों के द्वारा सिखाया गया। कार्यशाला का शीर्षक रहा ‘‘एक लक्ष्य’’ था। इस कार्यशाला में लगभग 300 से भी अधिक छात्राओं ने भाग लिया।
जे.पी. त्रिपाठी ने लड़कियों को बताया कि जब भी आप अकेले घर से बहार जाती हैं । और आप को कोई लड़का परेशान करें । किसी भी प्रकार की हरक़त करने की कोशिश करें तो घबराएं बिल्कुल भी नहीं उस परिस्थिति में मुकाबला करें । आप की हिम्मत देख कर अभियुक्त भाग जायेगा । उक्त कार्यक्रम की संयोजिका विद्यालय की शिक्षिका एवं एनी.सी.सी. प्रभारी ले. डा. उषा रानी सिंह की उपस्थिति में विद्यालय की प्राचार्या डा. अमिता सक्सेना ने प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली छात्राओं का उत्साहवर्धन किया गया।
उक्त अवसर पर विद्यालय की शिक्षिकायें डा.उत्तरा यादव भी उपस्थित रही तथा उनके द्वारा छात्राओं को इस कार्यशाला में सीखी गयी सभी तकनीकों का लगातार अभ्यास करने की सलाह दी गयी।