बुंदेलखंड. लिव-इन रिलेशनशिप, यानि एक जोड़े का बिना शादी के एक ही घर में साथ रहना, इसका नाम सुनते ही कई ज्यादातर लोग असहज हो जाते हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश के एक गांव में बेहद अनोखा मामला सामने आया है। मामला है बुंदेलखंड टीकमगढ़ जिले के सेतपुरा का। यहां एक जुड़ा एेसा जो बीते चार दशक से बिनी शादी के साथ रह रहा था। अब इस जोड़े ने उम्र के अंतिम पड़ाव पर पहुंचकर धूमधाम से शादी रचा ली है। यह शादी इसलिए चर्चा में है, क्योंकि दूल्हा-दुल्हन प्रेमी प्रेमिका हैं और बिना शादी के बंधन में बंधे 40 साल से साथ रह रहे थे। शहरी लहजे में कहें तो ये दोनों लिव इन रिलेशनशिप में रहे। इस अनोखी शादी की चर्चा न केवल इलाके में है, बल्कि मीडिया और सोशल मीडिया पर भी हो रही है।
ये है मामला
सूखे कुशवाहा नाम का बुर्जुग लगभग चार दशक पहले हरिया बाई से प्यार हो गया। सूखे ने अपनी जिंदगी हरिया के साथ गुजारने का फैसला कर डाला। सूखे ने अपना गांव छोड़ दिया अौर हरिया के गांव सेतपुरा में आकर रहने लगा। दोनों में नजदीकियां बढ़ीं अौर दोनों ने शादी का मन बना लिया। लेकिन इस शादी का गांव वालों ने जमकर विरोध किया। इसके चलते हरिया अौर सूखे ने शादी तो नहीं की पर दोनों साथ रहने लगे। सूखे के मुताबिक वे अक्सर अपने बेटों अौर बेटी से शादी का जिक्र किया करते थे। फिर क्या था, गांव के लोगों ने पूरे विधि-विधान से सूखे (80) और हरिया (75) की शादी कराने का फैसला कर डाला।
रीति रिवाज से हुई शादी
सुखे के मुताबिक हरिया और उनके बीच प्रेम संबंध इतना मजबूत है कि कभी जिंदगी और समाज की मुश्किलें याद ही नहीं रही। वे कहते हैं कि पूरी रीति रिवाज से शादी हुई। नए कपड़े पहनकर सिर पर पगड़ी व गले में माला डाली गई। वहीं दूसरी अोर हरिया भी पूरी तरह दुल्हन के श्रृंगार में थीं। डीजे और बैंडबाजों के साथ निकली बारात में गांव के लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए और बच्चे से लेकर बुजुर्गो तक ने ठुमके लगाए। सूखे कहते हैं कि उनकी शादी में वे सभी वैवाहिक रस्में हुईं, जो अन्य शादियों में होती हैं। उन्हें बड़ा अच्छा लगा, क्योंकि उनके मन में हमेशा यही कसक थी कि उनकी शादी नहीं हुई है।
बिना शादी के रह रहे पति पत्नी की तरह
दुल्हन हरिया के मुताबिक दोनों लोग पति-पत्नी की तरह रह रहे हैं। मगर इस बात की हमेशा इच्छा रहती थी कि हमारी भी शादी हो। अब शादी हो गई है,बच्चों अौर गांव के लोगों ने मिककर मन की मुराद पूरी कर दी है। वहीं इस अनोखी शादी में गांव वालों ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। इस शादी पर गांव वालों का कहना है कि हरिया और सुखा ने सच्चा प्यार किया है। दोनों गांव में ऐसे रहते कि किसी को पता ही नहीं चलता कि ये पति-पत्नी नहीं हैं।इन्होंने प्रेम की मिसाल कायम की है।