लखनऊ. यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह ने संकेत दिए हैं कि वह अगले साल यूपी विधानसभा चुनाव में बीजेपी की कमान संभाल सकते हैं। एक अंग्रेजी अखबार से बातचीत में उन्होंने कहा कि पार्टी की ओर से विधानसभा चुनाव से जुड़े जो निर्देश दिए जाएंगे उसके लिए वह तैयार हैं।
उनके मुताबिक,’मुझे राजस्थान जाने के लिए जब बोला गया था तो मैंने तुरंत हां कर दी। अब अगर मुझे कोई नई जिम्मेदारी दी जाती है तो उसके लिए भी मैं हां कर दूंगा क्योंकि मैं पार्टी का एक निष्ठावान सेवक रहा हूं। पार्टी की वजह से ही मुझे पहचान मिली है।’ यूपी चुनाव के लिए बीजेपी के पास अभी कोई चेहरा नहीं है, ऐसे में कल्याण सिंह पार्टी का फेस बन सकते हैं। वह उत्तर प्रदेश की राजनीति को गहराई से समझते भी हैं। कल्याण सिंह के जरिए ओबीसी वोट बैंक को भी बीजेपी अपने पक्ष में कर सकता है। यूपी में ओबीसी वोट बैंक भी अधिक है। कल्याण सिंह ने साल 1991 में भाजपा की 222 सीटें जिताने में अहम भूमिका निभाई थी। बीजेपी को कल्याण सिंह की राजनैतिक ताकत और तजुर्बे का अंदाजा है।
यूपी के राज्यपाल राम नाईक और कैबिनेट मंत्री आजम खान के बीच चल रहे विवाद पर कल्याण सिंह का कहना था कि हर मंत्री को राज्यपाल की इज्जत करनी चाहिए। मंत्रियों को सभी संवैधिक पदों के प्रति डेकोरम बनाए रखना चाहिए।
पत्रिका उत्तर प्रदेश ने इन तमाम मुद्दों को लेकर उनसे बात करने का प्रयास किया लेकिन संपर्क नहीं हो पाया।