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लखनऊ यूनिवर्सिटी से पढ़कर अब विदेश में ट्रेनिंग का मौका

locationलखनऊPublished: Jun 16, 2017 03:46:00 pm

Submitted by:

Prashant Srivastava

लखनऊ यूनिवर्सिटी इस सत्र से इंस्टिट्यूट ऑफ जियोरिसोर्स एंड क्लाइमेट स्डटीज की शुरुआत करने जा रहा है। 

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लखनऊ. लखनऊ यूनिवर्सिटी इस सत्र से इंस्टिट्यूट ऑफ जियोरिसोर्स एंड क्लाइमेट स्डटीज की शुरुआत करने जा रहा है। इसके अंतर्गत दो नए कोर्स यूनिवर्सिटी में संचालित कए जाएंगे जिसके बाद दुबई, दक्षिण अप्रीका समेत तमाम देशों में स्टूडेंट्स को ट्रेनिंग प्राप्त करने का मौका मिलेगा। यूनिवर्सिटी का नॉरवे की कंपनी एसीएल व दुबई की कंपनी बीएमआरसी से एमओयू हुआ है। ये कंपनियां छात्रों को विदेश में ट्रेनिंग करवाएंगी।

यह हैं कोर्सेज

-अर्थ साइंस रिसर्च सेंटर- नमामी गंगे, क्लाइमेंट व पर्यायवरण के अलावा योगी सरकार के विकास संकल्प पत्र 2017 से जुड़ी चीजों पर स्टडी
-एमएससी इन एप्लाई जीयोलॉजी (पेट्रोलियम जियोसाइंस में स्पेशलाइजेशन)
-पीजी डिप्लोमा इन एक्सप्लोरेशन, रिसोर्स एंड माइनिंग टेक्नोलॉजी

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एमएससी इन एप्लाइड जियोलॉजी में दाखिला लेना का तरीका-


– बीएससी में 55 % मार्क्स हो, जिसमें जियोलॉजी, फिजिक्स, मैथमैटिक्स, लाइफ सांइस में दो सब्जेक्ट होना जरूरी हैं। 17 जून से पांच जुलाई के बीच भरने होंगे आवेदन। 20 जुलाई से शुरू होंगी क्लासेज।ये सेल्फ फाइनेंस कोर्स है जिसमें 25 सीटें होंगी जिसकी फीस तीस हजार प्रति सेमेस्टर होगी।छात्रों को ओएनजीसी, जीएसआई समेत तमाम संस्थानों में नौकरी पाने का मौका मिलेगा।

पीजी डिप्लोमा का एडमिशन प्रोसेस

इसमें दस सीटें होंगी और इसकी फीस 30 हजार प्रति सेमेस्टर है। इसके लिए बीएससी में 55 % मार्क्स हो, जिसमें जियोलॉजी, फिजिक्स, मैथमैटिक्स, लाइफ सांइस में दो सब्जेक्ट होना जरूरी हैं या फिर एमएससी इन जियोलॉजी हो। 17 जून से पांच जुलाई के बीच भरने होंगे आवेदन। अगस्त से शुरू होंगी क्लासेज।

इस मौके पर मौजूद बीएमआरसी कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर रवि शर्मा ने बताया कि वह लखनऊ यूनिवर्सिटी के एल्मनाई रह चुके हैं। वह साल 1989 में एलयू से पास आउट हुए थे। यही कारण है कि वह चाहते थे कि उनकी कंपनी का करार लखनऊ यूनिवर्सिटी से हो। उनके मुताबिक इन नए कोर्सेज में स्टूडेंट्स को जीयोलॉजी के अलावा माइनिंग व टेक्नोलॉजी के बारे में भी बताया जाएगा जो कि आज के बाजार की जरूरत है। स्टूडेंट्स कोर्स के दौरान ही बाहर जाकर प्रैक्टिकल ट्रेनिंग करेंगे। वहीं इस मौके पल मौजूद एलयू के वीसी प्रो.एसपी सिंह के मुताबिक इस एमओयू से छात्रों को काफी फायदा मिलेगा। उनका विदेश में ट्रेनिंग लेने का सपना भी साकार होगा और बाहर की माइनिंग इंडस्ट्री में जॉब मिलने के चांस भी काफी हैं। फॉर्म शनिवार से एलयू की वेबसाइट पर उपलब्ध होंगे लेकिन इन्हें जमा ऑफलाइन मोड से एलयू में ही करना होगा।

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