scriptइन पांच कारणों से जागा मुलायम का ‘अमर प्रेम’, ‘बाहरी’ पड़ा बेटे पर भारी | Reason behind why Mulayam Singh chosen Amar singh for General secretary | Patrika News

इन पांच कारणों से जागा मुलायम का ‘अमर प्रेम’, ‘बाहरी’ पड़ा बेटे पर भारी

locationलखनऊPublished: Sep 21, 2016 01:50:00 pm

Submitted by:

Prashant Srivastava

सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने बुधवार को राज्यसभा सांसद अमर सिंह को एक बड़ी जिम्मेदारी देते हुए पार्टी का राष्‍ट्रीय महासचिव नियुक्त कर दिया। यूपी चुनाव को देखते हुए ये जिम्‍मेदारी काफी अहम मानी जा रही है।

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लखनऊ. सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने बुधवार को राज्यसभा सांसद अमर सिंह को एक बड़ी जिम्मेदारी देते हुए पार्टी का राष्‍ट्रीय महासचिव नियुक्त कर दिया। यूपी चुनाव को देखते हुए ये जिम्‍मेदारी काफी अहम मानी जा रही है। कुछ दिन पहले सीएम अखिलेश ने उन्हें बाहरी तक करार दे दिया था और यादव परिवार में मचे घमासान की वजह भी उन्हें बताया था। ऐसे में यह सवाल उठ रहा है कि आखिर किन कारणों से मुलायम का यह अमर प्रेम जागा है। ऐसे में सूत्रों से बातचीत में पता चला कि शायद इन पांच वजहों से अमर सिंह को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है-

केस में की मदद

सूत्रों के मुताबिक सालों से आय से अधिक मामले की जांच के पचड़े में फंसे समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम और उनके परिवार को देश की सबसे बड़ी अदालत से राहत दिलवाने वाला कोई और नहीं बल्कि उनके परम मित्र अमर सिंह ही हैं, जिनकी वजह से सोमवार को उन्हें साल 2005 से चल रही आय से अधिक मामले की जांच की पैरवी कर रहे अमर सिंह की वजह से अदालत से बड़ी राहत मिली है।

सूत्रों के मुताबिक देश के सबसे बड़े वकील माने जाने वाले हरीश साल्वे और संजीव लूथरा मुलायम की और से इस केस को लड़ रहे थे। इसके साथ याचिकर्ता विश्वनाथ चतुर्वेदी की और से केटीएस तुलसी इस केस को लड़ रहे थे। बताया जाता है कि देश कि सबसे बड़ी अदालत में यूपी के सबसे बड़े राजनैतिक घराने की चल रही मुकदमें बाजी में मुलायम के केस की पैरवी अमर सिंह कर रहे थे।

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मुलायम की दोस्ती


सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह के बारे में कहा जाता है कि वह दोस्ती करते हैं तो बाखूबी निभाते हैं। उन्होंने एक बार भाषण के दौरान कहा था कि लालू प्रसाद यादव ने उन्हें पीएम नहीं बनने दिया लेकिन इसके बावजूद वो उनके समधी हैं। इससे जाहिर होता है कि उनका दिल बड़ा है। अमर मुलायम के पुराने साथी रहे हैं। सूत्र बताते हैं उन्होंने अमर सिंह की आय से अधिक संपत्ति वाले केस में काफी मदद की है। ऐसे में मुलयम भला दोस्ती निभाने से कैसे पीछे हट सकते हैं।

शिवपाल को खुश करना


कुछ दिन पहले सीएम अखिलेश ने अमर सिंह को बाहरी तक करार दे दिया था और यादव परिवार में मचे घमासान की वजह भी उन्हें बताया था। ऐसे में शिवपाल ने अमर सिंह का बचाव किया था। उन्होंने कहा था अमर सिंह के कारण परिवार में कलह नहीं हो रही है। शिवपाल अमर सिंह के करीबी भी माने जाते हैं। ऐसे में मुलायम ने शिवपाल को भी इसी बहाने खुश कर दिया।

अमर की ताकत

अमर को महासचिव बनाने का एक कारण यह भी है कि अमर की दूसरे दलों के नेताओं के बीच काफी पकड़ है। ऐसे में अगर चुनाव के बाद सपा को सरकार बनाने के लिए कुछ विधायकों की जरूरत पड़ती है तो अमर सिंह दूसरे दलों के विधायक तोड़ सकते हैं। मुलायम अमर सिंह की पकड़ से बाखूबी वाकिफ हैं।

इंडस्ट्री में पकड़


अमर सिंह की कॉरपोरेट और बॉलीवुड में भी काफी ऊंचे स्तर पर पकड़ है। कहा जाता है अमिताभ बच्चन और जया बच्चन से मुलायम सिंह की मुलाकात अमर सिंह के जरिए ही हुई थी जिसके बाद जया समाजवादी पार्टी से जुड़ीं। इसके अलावा कॉरपोरेट मेें भी उनकी मजबूत पैठ है। वह यूपी में कई निवेशक भी ला सकते हैं।
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