script

गोमांस विवाद पर गरमाई राजनीति, केरल भवन का फैसला- बुधवार से वापस मिलेगा ‘बीफ फ्राई’

Published: Oct 27, 2015 07:52:00 pm

केरल सरकार ने कैंटीन के मेन्यू में बीफ फ्राई को वापस लेने का फैसला किया
है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बुधवार से कैंटीन में  यह डिश मिलने
लगेगी।

केरल भवन में कथित रूप से गोमांस परोसे जाने की सूचना पर वहां पुलिस के प्रवेश को लेकर राजनीति गर्मा गई है। गैर भाजपाई दलों ने जहां इसे लेकर दिल्ली पुलिस और केंद्र सरकार को घेरा है वहीं भाजपा ने दिल्ली पुलिस की कार्रवाई का बचाव किया है। इस बीच केरल सरकार ने कैंटीन के मेन्यू में बीफ फ्राई को वापस लेने का फैसला किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बुधवार से कैंटीन में यह डिश मिलने लगेगी। बता दें कि मंगलवार को दिल्ली पुलिस की रेड और हंगामा मचने के बाद बीफ फ्राई को मेन्यू से हटा दिया गया था।

क्या है पूरा मामला?

एक सीनियर पुलिस अफसर के मुताबिक सोमवार शाम करीब 4.30 बजे केरल हाउस के कैंटीन में बीफ परोसे जाने के बारे में पीसीआर कॉल आई थी। शिकायत हिंदू सेना के नेता विष्णु गुप्ता ने की थी। सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत स्पॉट पर पहुंच गई। उन्होंने बताया कि यह सिर्फ एहतियाती कदम था। पुलिस कैंटीन गई और वहां स्टाफ को हिंदू सेना की शिकायत के बारे में बताया, लेकिन कैंटीन से कोई सैंपल नहीं लिया गया।

पुलिस कमिश्नर ने दी सफाई
केरल के मुख्यमंत्री ओमन चांडी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तथा कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने पुलिस कार्रवाई को गलत बताते हुए केन्द्र पर निशाना साधा है जबकि दिल्ली के पुलिस आयुक्त बीएस बस्सी ने कहा है कि पुलिस ने जो कुछ किया वह सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए किया गया।

विवाद के बाद लगा था बीफ फ्राई पर रोक
केरल भवन के अधिकारियों ने गोमांस परोसे जाने की खबर को गलत और झूठा बताया है और साथ ही यह भी कहा है कि कैंटीन के मेन्यू में बीफ गोमांस के लिए नहीं बल्कि भैंस के मांस के लिए लिखा गया है। गोमांस कैंटीन में कभी नहीं परोसा गया। विवाद बढ़ता देख कैंटीन में भैंस का मांस परोसे जाने पर अगले आदेश तक रोक लगा दी गई है।

ओमान चांडी ने पुलिस रेड को बताया दुर्भाग्यपूर्ण
केरल के मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने इस घटना को बेहद खेदजनक बताते हुए कोझीकोड में कहा ‘केरल भवन के मामले में पुलिस को संयम बरतना चाहिए था। केरल भवन मुनाफा कमाने वाला कोई निजी होटल नहीं है बल्कि एक सरकारी भवन है जहां राज्य के मुख्यमंत्री से लेकर कई आला सरकारी अधिकारी ठहरते हैं।’ उन्होंने आगे कहा कुछ लोग बीफ विवाद को बेवजह तूल दे रहे हैं। वह इस मामले में दिल्ली पुलिस की कार्रवाई का मसला केन्द्र के समक्ष उठाएंगे।

राज्य के मुख्य सचिव जीजी थॉमसन ने गोमांस परोसे जाने की बात को झूठा बताते हुए कहा कि इस बारे में वह रेजिडेंस कमिश्नर की ओर से पुलिस के समक्ष दर्ज शिकायत के जवाब की प्रतीक्षा कर रहे हैं। इसके बाद ही अगला कदम उठाया जाएगा।

क्या पुलिस किसी राज्य के मुख्यमंत्री को खाना खाते हुए गिरफ्तार कर लेगी?
केजरीवाल ने इसे लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि पुलिस की कार्रवाई देश के संघीय ढांचे पर हमला है। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि क्या पुलिस किसी राज्य के भवन में खाना खा रहे किसी मुख्यमंत्री को इसलिए गिरफ्तार कर लेगी कि वह जो खा रहे हैं वह भाजपा या मोदी जी को पंसद नहीं है।’ दिल्ली पुलिस भाजपा की सेना की तरह काम कर रही है।

दिग्विजय सिंह बोले- पुलिस को नहीं तलाशी का अधिकार

कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा कि दिल्ली पुलिस के पास किसी राज्य सरकार द्वारा संचालित भवन में इस तरह से तलाशी करने का अधिकार नहीं है। पुलिस ने अपने अधिकारों की सीमा से बाहर जाकर यह कार्रवाई की है जो पूरी तरह गलत किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री विदेश में जाकर निवेश आमंत्रित कर रहे हैं, हालांकि अब तक कोई निवेश आया नहीं, और इस क्रम में दिल्ली में अफ्रीकी सम्मेलन भी हो रहा है। ऐसे समय में यह कार्रवाई ठीक नहीं है। इससे देश में आने वाला निवेश प्रभावित होगा।

ट्रेंडिंग वीडियो