उज्जैन।शनिवार अमावस्या पर 40 हजार श्रद्धालुओं ने आज पवित्र नदी शिप्रा में स्नान किए। 13 से 17 अप्रैल तक चली पंचकोशी यात्रा कर श्रद्धालुओं ने शिप्रा में गोते लगाए। ये यात्रा 118 किमी की है। यहां 84 महादेव शिवलिंग हैं। जिनमें से चार
महाकाल के द्वारपाल कहलाते हैं। ये पूर्व दिशा से प्रारंभ होती है और चारों शिवलिंग की दूरी आपस में एक किलोमीटर तक है। सिंहस्थ की तैयारियों के बीच आज नजारा सिंहस्थ की तरह ही नजर आ रहा है।
प्रशासन की तैयारी
अक्सर नजर आने वाली प्रशासनिक तैयारियों का ढीला रवैया एक बार फिर नजर आया।
शिप्रा को आज भी दूषित होने से नहीं रोका जा सका। प्रशासन ने यहां घाटों के समीप ही फव्वारे लगाकर स्नान करने की व्यवस्था की है। जिससे गंदगी वापिस नदी में जा रही है।
बेरीकेट लगाकर दर्शन
शनि अमावस्या के चलते महाकाल की नगरी उज्जैन में भीड़ ज्यादा हो गई है। एक लाख श्रद्धालुओं के आने का अनुमान लगााया जा रहा है। भीड़ बढऩे की वजह से यहां आज गर्भगृह बंद कर दिया गया है और बेरीकेट लगाकर दर्शन कराए जा रहे हैं। भीड़ कम होने तक गर्भगृह बंद रहेगा।