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ऎसे पहचानें, कौन है बेस्ट एंप्लॉई

Published: Mar 18, 2015 04:22:00 pm

अपने संभावित एंप्लॉई से उसकी व्यक्तिगत उपलब्धियों और टीम के रूप में
किए गए कार्यो के बारे में पूछें

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एक ही डिग्री, एक जैसा एक्सपीरियंस होने के बावजूद एक व्यक्ति सलेक्ट कर लिया जाता है, जबकि दूसरे को रिजेक्ट। इसकी वजह है कि एंप्लॉयर को दूसरे आवेदक की तमाम डिग्रियों और एक्सपीरियंस के बावजूद उसमें वह एलीमेंट नहीं दिखता, जो उसके वर्कप्लेस पर काम करने के लिए जरूरी है। आप भी जिन गुणों को अपने एंप्लॉई के लिए जरूरी मानते हैं, उनसे जुड़े सवाल इंटरव्यू में शामिल करके उन्हें परख सकते हैं। अलग ढंग से पूछे गए सवाल उन्हें नाटकीय नहीं होने देते।

एंटरप्रेन्योर होने के नाते आप जानते हैं कि आपको अपनी कंपनी के लिए कैसा एंप्लॉई चाहिए। इसलिए अब जब भी किसी आवेदक का इंटरव्यू करने के लिए बैठें, तो उससे सवाल ही कुछ इस तरह के पूछें कि उसके जवाबों से आपको फौरन यह अंदाजा हो जाए कि वह व्यक्ति चुने जाने पर आपके वर्क कल्चर में फिट बैठेगा भी कि नहीं।

वह है टीम वर्कर
वर्कप्लेसेज पर आज लगभग हर काम टीमवर्क है, जिसमें टीम मेंबर्स को अपनी ईगो को पीछे रखकर एक दूसरे से तालमेल बैठाते हुए साझा लक्ष्य के लिए काम करना होता है। अपने संभावित एंप्लॉई में टीम भावना की परख करने के लिए आप उससे उसकी व्यक्तिगत उपलब्धियों और टीम के रूप में किए गए कार्यो के बारे में पूछें। इससे उसका वर्क स्टाइल पता चलेगा।

कैसे हैं शौक
रेज्यूमे में अपनी हॉबीज की जानकारी देते हुए कुछ लोग सोचते हैं कि यह तो फॉर्मेलिटी है, कुछ भी लिख दो और कुछ सोचते हैं कि इसमें ऎसी ही चीजें लिखें, जो वर्क प्रोफाइल के अनुरूप हों। दोनों ही सोच गलत हैं। आपकी हॉबीज में वैराइटी होना आपको मल्टी टास्कर दिखाता है। हॉबीज से जुड़े सवाल इस अप्रोच के साथ फ्रेम किए जा सकते हैं।

सुलझाता है झगड़े
वर्कप्लेस पर तनाव आम है और झगड़े भी होते ही रहते हैं। आप निश्चित तौर पर उन लोगों को रखना चाहेंगे, जो झगड़ों को लंबे समय तक खींचने के बजाय, जल्द से जल्द सुलझा लें और काम को प्रभावित न होने दें। आप उनसे उनके कुछ झगड़ों के बारे में पूछें। यह भी पूछें कि वह कैसे सुलझा या क्यों नहीं सुलझा। जवाब से आपको उनकी प्रकृति का अंदाजा हो जाएगा।

माप लें साहस
अपनी कंपनी में आप ऎसे लोगों की नियुक्ति चाहते हैं जो मुश्किल कामों के आ जाने पर अपने कदम पीछे न खींच लें। इस तरह के लोगों की पहचान के लिए उनसे पूछें कि उन्होंने अब तक क्या चैलेंजिंग काम किया है। यदि वे अपने साहस का बखान कर रहे हों, तो उन्हें पद क्रम के सवालों से घेरें कि उन्होंने इस बने बनाए क्रम को तोड़कर आगे बढ़कर जिम्मेदारी क्यों ली। इस तरह खुद को घिरता देखकर ये खुद ही असली बात आपको बता जाएंगे।

बढ़ना है आगे
इंटरव्यू देने आए लोगों में अक्सर यह भावना देखी जाती है कि हमें तो मौजूदा पोस्ट के लायक सब कुछ आता है। इससे आगे अभी सोचना ही नहीं है। आप यदि अपने यहां लगातार सीखने के लिए तैयार व्यक्ति रखना चाहते हैं तो उसे पूछें कि इस पोस्ट से अगली पोस्ट पर प्रमोशन के लिए आप खुद को कितना लायक मानते हैं। वह फौरन लायक बता दे तो मतलब ओवर कॉन्फिडेंट है और सीखने की इच्छा जताए तो मतलब वह परिश्रमी है और आगे की भी सोचता है।

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