जयपुर। अपने काम को अच्छी तरह से करने के लिए हम तरह-तरह की स्किल्स सीखते हैं, नए-नए शेड्यूल अपनाते हैं, फिर भी न जाने क्यों कभी समय कम पड़ जाता है तो कभी ध्यान एकाग्र नहीं हो पाता। नतीजा होता है लक्ष्य का अधूरा रह जाना। यदि आप सौ फीसदी देने के बाद भी मनचाहे रिजल्ट हासिल नहीं कर पा रहे तो जरा कुछ अवरोधकों पर गौर कीजिए। ये अवरोधक कुछ ऐसी चीजें हैं, जो एक लिहाज से तो हमारे लिए फायदेमंद होती हैं लेकिन यदि हमें इन्हें सही ढंग से मैनेज करना नहीं आता तो ये मुश्किल भी करती हैं। तो देखिए कि कहीं ये आपकी एकाग्रता और समय पर सेंध तो नहीं लगा रहे? यदि ऐसा है तो इन्हें जल्दी से जल्दी दूर करें।
1. मल्टीटास्किंग
सब लोग मल्टीटास्किंग में माहिर नहीं होते, इस बात को मान लेने में कोई बुराई नहीं है। आपका काम एकाग्रता मांगता है तो उसके लिए ही मेहनत करें। एक से ज्यादा कामों में खुद को उलझाकर आप कुछ भी पूरी तरह नहीं कर पाते। इसलिए इससे बचें।
2. नो प्रायोरिटी
यह अवरोधक मल्टी टास्किंग से ही जुड़ा है। आपको एक समय पर सारे कामों में उलझ जाने के बजाय यह तय करना आना चाहिए कि सबसे पहले क्या किया जाना चाहिए? यही प्रायोरिटी तय करना होता है।
3. इंटरनेट
इंटरनेट ने दूरियों को पाटने में बहुत मदद की है और इसके अनगिनत लाभ हैं लेकिन यदि काम के समय भी आपके ईमेल्स या चैट्स के पिंग्स आते रहेंगे तो आप चाहकर भी काम में ध्यान नहीं लगा पाएंगे। अपने ईमेल्स चेक करने के लिए एक समयावधि तय करें।