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मैनेजमेंट मंत्र

सेल्फ हेल्प- गलतियां खुद पर हावी न होने दें, सुधार करें और सीखें

कई बार युवा पीढ़ी वर्कप्लेस पर खुद को बेहतर साबित करने के चक्कर में बड़ी गलतियां कर बैठती है।

Apr 17, 2016 / 12:48 am

विकास गुप्ता

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जयपुर। युवाओं में काफी जोश होता है। उन्हें लगता है कि वे हर काम अपनी मर्जी से पूरा और सही कर सकते हैं। इसके चक्कर में कई बार उनसे गलतियां हो जाती हैं। मौजूदा वर्कप्लेसेज पर ऐसी गलतियां भारी पड़ सकती हैं। आपको वर्कप्लेस पर कम से कम गलतियां करनी चाहिए। यदि गलती हो जाए तो उससे सीखने का प्रयास करना चाहिए। गलतियां होने पर घबराकर रुकना नहीं चाहिए। अगर आप किसी कंपनी में सफलतापूर्वक काम करना चाहते हैं तो आपको कुछ खास गलतियां को समय रहते सुधार लेना चाहिए। जानते हैं इनके बारे में-

मैंने हर काम में हिस्सा लिया
अक्सर बड़े-बुजुर्ग कहते हैं कि जीतना महत्वपूर्ण नहीं है, खेल में हिस्सा लेना ज्यादा मायने रखता है। आपको एक्टिविटीज में हिस्सा लेने के लिए रिवार्ड भी मिलता है, लेकिन वर्कप्लेस पर ऐसा संभव नहीं है। यहां काम में भाग लेने से प्रमोशन नहीं मिलता है। फर्म आउटपुट देखती है। इसलिए अप्रोच बदलें, ग्रोथ पाने के लिए रिस्क लें और फर्म के लक्ष्य पाने में मदद करें। कंपनी में मेहनत से ज्यादा परिणाम पर फोकस किया जाता है। इसलिए रिजल्ट ओरिएंटेड बनें।

हर समय मैं ही सब कुछ करता हूं
आप मल्टीटास्कर हो सकते हैं पर आपके लिए पर्सनल व प्रोफेशनल जिम्मेदारियों को अच्छी तरह से निभाना चुनौती बन जाता है। काम के दौरान फैमिली कॉल, फेसबुक या व्हाट्सएप नोटिफिकेशन परेशान कर सकता है। परिवार और ऑफिस के काम के बीच में तालमेल बैठाना होगा। काम और परिवार दोनों के लिए समय सीमाएं तय करनी होगी और अपनी आदतों को सुधारना होगा। काम के दौरान घर के बारे में विचार न करें और घर पर हों तो ऑफिस की टेंशन न लें। डिजिटल लाइफ को सीमित करने की कोशिश करें। काम को सब में बांटने की कोशिश करें।

मुझे चाहिए हमेशा आजादी
अक्सर नई पीढ़ी के लोग आजादी की मांग करते हैं। हो सकता है कि आपके मैनेजर के पास सीमित स्पेस और स्कोप हो। ऐसे में वह आपके जॉब प्रोफाइल के पैरामीटर्स को बदल नहीं सकता। आपको वर्क रूटीन्स में स्ट्रक्चर्स बनाकर मौजूदा आजादी का विस्तार करना चाहिए। अगर आप अपने काम और समय का स्ट्रक्चर तैयार कर लेंगे तो आपकी क्षमता में इजाफा होगा और बड़ी जिम्मेदारियां मिलने लगेंगी।

अकेले फैसला नहीं कर सकते
युवाओं को कलेक्टिव डिसीजन मेकिंग के फायदों के बारे में बताया जाता है। इससे युवा हर निर्णय से पहले सबसे विचार-विमर्श करते हैं। यह आदत डिसीजन मेकिंग प्रोसेस को धीमा बनाती है। अक्सर बड़ी कंपनियां चाहती हैं कि एम्प्लॉई खुद के दम पर फैसला ले और उसे सही साबित करके दिखाए। इसलिए खुद फैसला लें और सफल होकर दिखाएं।

मुझे एक कोच चाहिए
युवा चाहते हैं कि उन्हें बॉस के बजाय कोच मिले। हो सकता है कि मैनेजर कोच की तरह व्यवहार न करे। यह भी संभव है कि आपकी फर्म में कोच के लिए कोई स्ट्रक्चर या कैपिसिटी न हो। अपने मैनेजर की लीडरशिप स्टाइल को पहचानें और उससे सीखने की कोशिश करें। अगर आप मैनेजर हैं तो सबके लिए कोचिंग की व्यवस्था कर सकते हैं।

फन जॉब्स ही करना
आप पैशन के लिए काम करते हैं, न कि सैलेरी के लिए। इससे आपको खुशी मिलती है। यह अच्छी बात है लेकिन आप फेल तब होते हैं, जब आपको रूटीन और बोरियत भरे काम करने के लिए कहा जाता है। इस तरह के काम आपकी लय बिगाड़ देते हैं। इससे आप असल समस्याओं को सुलझाने से डरने लगते हैं। आपके टीम लीडर को इस तरह का व्यवहार पसंद नहीं आएगा, क्योंकि वह हमेशा आउटकम्स पर फोकस करेगा। याद रखें कि सफलता अनुभव से मिलती है। इसमें बोरियत भरा समय भी शामिल होता है। मोटिवेट रहने के लिए आप लगातार अपने लिए शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म गोल्स बना सकते हैं। आपको काम को गंभीरता से लेना चाहिए और काम से जुड़े हर पहलू पर अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश करनी चाहिए।

मुझे इसकी जरूरत नहीं
युवा होने के नाते आपके विचारों में विविधता होती है। आपके अंदर विरोध करने की कला का अभाव भी हो सकता है। हो सकता है कि आप सही तरह से संवाद न कर पाएं और परफॉर्मेंस खराब होती जाए। यह भी संभव है कि सुधार के मौके ही न मिलें। आपका बॉस भी आपसे सीधी बात करने से बच सकता है। इस उलझन से बचने के लिए अपने दोस्त के साथ एक रोल प्ले करें और एडवांस में ही टफ कन्वर्शेसन का अभ्यास करें। हर कंटेंट के लिए अलग इमोशन्स का इस्तेमाल करें। 

लीडरशिप फेलियर
सुविधाजनक निर्णय
क्या आप ऐसे निर्णय लेते हैं, जो आपके लिए सुविधाजनक हों? ऐसे में टीम डेडलाइन्स इग्नोर करेगी, क्योंकि उसे पता होगा कि आप आगे भी सुविधाजनक काम ही करेंगे। आप अपनी टीम के लिए जो वायदे करते हैं, उन्हें समय पर पूरा करें। इससे टीम आपके निर्णयों को सही साबित करने में मदद करेगी।

पॉपुलर डिसीजन्स
क्या आप ऐसे चयन करते हैं, जो पॉपुलर हैं? पॉपुलर डिसीजन्स सही के बजाय कम प्रयासों को महत्व देते हैं। आपको लॉजिक के आधार पर फैसले करने चाहिए। जरूरत पडऩे पर कठोर फैसले भी लेने पड़ते हैं। कठोर फैसलों से अपनी छवि का निर्माण करना चाहिए। कठोर फैसले लेने से घबराना नहीं चाहिए।

खुद का फायदा देखना
जब आप हर काम में खुद का फायदा देखने लगते हैं तो टीम आपको फॉलो करना बंद कर देती है। पूरी जिम्मेदारी के साथ काम करें। जब आप लोगों की अपेक्षाओं पर खरा उतरते हैं तो उनका सम्मान प्राप्त करते हैं। खुद के बजाय सबका फायदा देखना शुरू करें। इससे लोग हमेशा आपका साथ देंगे।

जल्द छोडऩा
क्या आप तेजी से सफल न होने पर अपने फैसले बदल देते हैं? आपको फैसला बदलने से पहले अच्छी तरह से विचार करना चाहिए। जल्दबाजी में चीजों में बदलाव करने पर सफलता नहीं मिलती है। कुछ फैसले गलत हो सकते हैं, पर उनसे सबक मिलते हैं जो जिंदगी के लिए बहुत जरूरी होते हैं।

फीलिंग्स फॉलो करना
क्या आप हमेशा वही करते हैं, जो आपको अच्छा महसूस करवाता है? इस तरह के व्यक्ति भावनाओं के आधार पर चलते हैं और मूडी होते हैं। ऐसे में आपके फैसलों की क्वालिटी खराब हो सकती है। आपको अपने फैसलों में तर्क को आधार बनाना चाहिए।

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