आज आपके साथ जो कुछ हो रहा है उसमें ऐसा कुछ नहीं है जो आपको आगे बढऩे से रोकेगा इसीलिए एक वक्त में एक ही काम को पूरी एकाग्रता और ईमानदारी से करें। इससे सफलता मिलने की संभावना बढ़ जाएगी… एक पल बुरा था तो उससे बाकी पल बुरे नहीं बन जाते हैं। इसी तरह से अगर दिन में कोई एक घटना बुरी हो गई है तो उससे पूरे दिन को बर्बाद नहीं किया जा सकता है।
ये कुछ ऐसी बातें हैं जो इंसान को जीवन में उस समय मोटिवेट करती हैं, जब वह निराश होने लगता है। यह सही है कि व्यक्ति को समय-समय पर मोटिवेशन की जरूरत पड़ती है। यह मोटिवेशन या तो उसे किताबें पढऩे से मिल जाता है या कई बार उसे किसी की कही बात से मिलता है।
दरअसल, कुछ शब्द या कथन ऐसे होते हैं, जो इंसान के लिए उत्प्रेरक का काम करते हैं। बहुत-से ऐसे लोग हैं, जिनकी सफलता में किसी दूसरे के द्वारा कहे गए मोटिवेशनल वड्र्स बहुत काम आए हैं।
उदाहरण के तौर पर, तीन लोग ईंटों की चुनाई का काम कर रहे थे। एक आदमी जो यह बहुत देर से देख रहा था, उसने उनसे पूछा, आप सब क्या कर रहे हैं? उनमें से एक व्यक्ति ने जवाब दिया- तुम्हें दिखाई नहीं दे रहा है कि मैं रोजी कमा रहा हूं? दूसरे ने कहा कि तुम देख नहीं सकते, मैं ईंटें चुनने का काम कर रहा हूं। तीसरे ने कहा कि मैं एक सुंदर स्मारक बना रहा हूं। हालांकि तीनों व्यक्ति काम एक ही कर रहे थे, लेकिन काम के बारे में उन तीनों के नजरिए बिल्कुल अलग थे। इस लघु कथा से यह मैसेज मिलता है कि आपका नजरिया आपकी सफलता में अहम भूमिका निभाता है।
हमेशा विनम्र रहें
एक बार एक नवनिर्वाचित नेता अपने गांव में भाषण दे रहा था। तभी भीड़ में से एक महिला उठी और बोली कि यह नेता नहीं, बल्कि हमारे गांव के मोची का बेटा है। इस पर नेता के सुरक्षाकर्मी उस महिला को बाहर निकालने लगे। उस नेता ने सबको रोका और महिला से पूछा कि क्या मेरे पिताजी ने आपके जूते सही तरीके से ठीक किए थे? क्या आपको कभी उनके काम में कोई शिकायत मिली थी? इस पर महिला ने कहा कि नहीं, वह हमेशा अपना काम बहुत अच्छे ढंग से करते थे। इसके बाद नेता ने कहा कि मैं भी यही चाहता हूं कि जब आप सबने मुझे यहां तक पहुंचाया है तो मुझे भी बेहतर काम करने का मौका दें ताकि मैं भी अपने पिता की तरह आपको कभी शिकायत का मौका न दूं। अपने नेता के इस विनम्र स्वभाव को देखकर लोग बहुत खुश हुए।
मंत्र : चाहे कितने ही सफल क्यों न हो जाएं, लेकिन खुद को विनम्र बनाए रखें।