शहर में बनने वाले टर्मिनल मार्केट के स्थान पर अब ई-नेशनल एग्रीकल्चर मार्केट बनेगा। यह केंद्र व राज्य सरकार दोनों के संयुक्त वित्त सहयोग से बनाया जाएगा। इस मार्केट के लिए करीब 100 एकड जमीन की आवश्यकता होगी।
मंदसौर। शहर में बनने वाले टर्मिनल मार्केट के स्थान पर अब ई-नेशनल एग्रीकल्चर मार्केट बनेगा। यह केंद्र व राज्य सरकार दोनों के संयुक्त वित्त सहयोग से बनाया जाएगा। इस मार्केट के लिए करीब 100 एकड जमीन की आवश्यकता होगी। इसी के समीप वेजीटेबल, फु्र्रट एवं फ्लॉवर मार्केट भी बनाया जाएगा। यह जानकारी कलेक्टर स्वतंत्रकुमार सिंह ने दी। वे सोमवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित साप्ताहिक समीक्षा बैठक में बोल रहे थे।
कलेक्टर ने उपसंचालक मंडी एमएस मुनिया को निर्देश दिए कि वे इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि वेजीटेबल, फ्रुट एवं फ्लावर मार्केट के लिए अलग-अलग टेंडर लगाएं। इसके अलावा पुरानी मंडी में एक किसान मॉल भी बनाया जाएगा।
दुगुनी से भी अधिक हुई जिले की प्रति व्यक्ति आय
बैठक में जिला योजना अंतर्गत त्रिवर्षीय कार्ययोजना (वित्त वर्ष 2017-18 , 2018 -20 एवं 2019-20) पर विचार-विमर्श के लिए हुई चर्चा के दौरान यह बात सामने आई जिले की प्रति व्यक्ति आय बढ़कर अब दुगुनी से भी अधिक हो गई है। वित्त वर्ष 2007-08 में प्रति व्यक्ति आय 21 हजार 612 रुपए थी जो वर्ष 2012-13 में बढकर 47 हजार 940 रुपए हो गई है। इससे साबित होता है कि जिले में समृद्धि बढ़ रही है। किसानों को मुनाफा हो रहा है। उनकी क्रय शक्ति बढ़ रही है।
31 दिसंबर तक टोटल ओडीएफ बनाएं सिटी
कलेक्टर सिंह ने जिला शहर विकास प्राधिकरण (डूडा) के परियोजना अधिकारी को निर्देशित किया कि वे 31 दिसम्बर 2016 तक जिले की सभी नगर पालिका एवं नगर परिषदों को टोटल ओडीएफ सिटी (खुले में शौच से पूर्णत: मुक्त शहर) बनाएं। जहां जरूरत हो, वहां सामुदायिक शौचालय (कम्यूनिटी टॉयलेट्स) बनवाएं और कठोर अपशिष्ट (कचरा) प्रबंधन एवं स्वच्छता व साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें। बैठक में कलेक्टर सिंह ने सभी एसडीएम को निर्देशित किया कि वे अपने अधीनस्थ कार्यक्षेत्र में मौजूद सभी अस्पतालों एवं अन्य चिकित्सा संस्थानों का औचक निरीक्षण करें तथा वहां उपलब्ध दवाईयों व अन्य भण्डार सामग्री का भौतिक सत्यापन करें। यह सुनिश्चित हो कि अस्पतालों में उपलब्ध दवाओं व यहां हो सकने वाली जांचों को अस्पताल के बाहर डिस्प्ले भी किया जाएं।
सडकें अब मुख्य जिला मार्ग में परिवर्तित
बैठक में ईई पीडब्ल्युडी ने बताया कि जिले की 201 किलोमीटर की लम्बाई की सडकें अब मुख्य जिला मार्ग (एमडीआर) में परिवर्तित हो गई है। सेतुओं का निर्माण कार्य भी जारी है। पीजी कॉलेज के ऑडिटोरियम के आधुनिकीकरण का काम भी प्रारंभ हो गया है। यह 26 जनवरी 2017 तक पूरा हो जाएगा। कलेक्टर सिंह ने सभी जिलाधिकारियों से कहा कि मुख्यमंत्री की फ्लैगशिप योजनाओं की प्रगति की लगातार समीक्षा करें। कार्य प्रदर्शन में तेजी व प्रगति लाएं और यह सुनिश्चित करें कि योजनावार प्रदेश में जिले की रेन्किंग टॉप फाईव में ही रहें। हितग्राहीमूलक योजनाओं में हितग्राही को लाभ वितरण के मामले में कोई भी विभाग कतई भी पीछे न रहें। उन्होंने पीएचई के अधिकारी से कहा कि वे जिले में 3 प्रतिशत जनसहयोग वाली नल-जल योजनाओं की संख्या बढ़ाएं। जल संरक्षण पर काम हो, मंडी सचिव से कहा कि मंडी हम्माल व तुलावटियों के हितार्थ सरकार द्वारा चलाई जा रही सभी योजनाओं में पात्र हितग्राहियों को अधिकतम लाभ मिले। जिले को टोटल ओडीएफ जिला बनाने की दिशा में तेजी से काम हो। निर्माण कार्य तेजी से पूरे कर लिये जाये। सबको आवास योजना (हाउसिंग फॉर आल) के तहत जल्द से जल्द फील्ड में काम प्रारंभ हो।