करीब आधे घंटे तक गांधी चौराहे पर पुतला लेकर झूमा-झटकी होती रही। कभी पुलिस तो कभी कार्यकर्ता पुतला छीनने के लिए एक-दूसरे के पीछे भागते रहे। बाद में फायटर से पुतले को बुझाया गया।
रतलाम/मंदसौर। भोपाल में कांग्रेस नेताओं पर लाठीचार्ज के विरोध में अखिल भारतीय छात्र राष्ट्रीय संगठन (एनएसयूआई) ने बुधवार को शहर के गांधी चौराहे पर प्रदर्शन किया। बाद में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान का पुतला फूंका। करीब आधे घंटे तक गांधी चौराहे पर पुतला लेकर झूमा-झटकी होती रही। कभी पुलिस तो कभी कार्यकर्ता पुतला छीनने के लिए एक-दूसरे के पीछे भागते रहे। बाद में फायटर से पुतले को बुझाया गया।
पुतले को लेकर पुलिस व कार्यकर्ताओं के बीच जमकर बहसबाजी हुई। पुतला छीनने के प्रयास में पुलिस व कार्यकर्ता एक-दूसरे के पीछे भागते रहे। इस दौरान बीच जैसे ही फायर फायटर से पानी की बौछार की जाती। कार्यकर्ता जला पुतला लेकर दौड़ पड़ते। काफी देर झूमा-झटकी के बाद पुलिस फायर फाइटर से पुतले को बुझाने में सफल रही। पुतला बुझाने के दौरान बौछार से गांधी चौराहे क्षेत्र स्थित कई दुकानों व गुमटियों मेंं रखा सामान भी भीग गया। इससे दुकानदारों में रोष व्याप्त हो गया। पुतला जलाने के दौरान कुछ देर के लिए आवागमन भी बाधित हुआ।
देश-प्रदेश में लोकतंत्र की नहीं बची जगह
एनएसयूआई जिलाध्यक्ष सुनील बसेर ने कहा कि भोपाल में मंत्री संजय पाठक के इस्तीफे की मांग एवं मप्र की छात्र विरोधी नीतियों का विरोध कर रहे मप्र कांग्रेस कमेटी के प्रदेशाध्यक्ष अरुण यादव सहित एनएसयूआई कार्यकर्ताओं और कांग्रेस नेताओं पर भाजपा सरकार के इशारे पर पुलिस द्वारा बर्बता से लाठीचार्ज किया गया। इस तरह की घटना से साबित होता है कि देश व प्रदेश में लोकतंत्र की जगह नहीं बची है। सरेआम लोकतंत्र की हत्या की जा रही है, सरकार द्वारा खुलेआम गुंडागर्दी कर जनता की आवाज को दबाया जा रहा है। इस अवसर पर मोहम्मद हनीफ शेख, गौशाला अध्यक्ष अनिल संचेती, पुष्पा भारती, बबितासिंह तोमर, राघवेंद्रसिंह तोमर, शशिकांत गर्ग, कांतिलाल राठौर, शैलेन्द्र जोशी, संदीप सलाद, विजय गुर्जर, जितेन्द्र सुपरा, जितेन्द्र सिंह सोलंकी, सत्तू चौहान, मोहित चंद्रावत सहित कई लोग उपस्थित थे।