बैंकिंग सेक्टर में गिरावट सेंसेक्स और निफ्टी में शामिल बैंकिग समूह में भी गिरावट का रुख रहा। रिजर्व बैंक द्वारा 16 सितंबर से 11 नवंबर के बीच बैंकों के पास बढ़ी पूंजी पर नकद आरक्षि अनुपात (सीआरआर) बढ़ाकर शत-प्रतिशत कर देने से बैंकिंग क्षेत्र पर दबाव बना हुआ है। ऑटो और दूरसंचार क्षेत्र की कंपनियों में हुई लिवाली के बल पर सेंसेक्स 58.45 अंक की मजबूती के साथ 26,408.62 अंक पर खुला और कुछ ही देर में 26,587.07 अंक के दिवस के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया।
स्वास्थ्य समूह से जुड़ी कंपनियों में भी बिकवाली हालांकि, कारोबार के अंतिम चरण में बैंकिंग क्षेत्र में हुई बिकवाली के दबाव में यह 26,354.66 अंक के दिवस के निचले स्तर तक लुढ़क गया। लेकिन, बाद में इसमें सुधार हुआ और यह 0.17 फीसदी यानी 43.84 अंक की मजबूती के साथ 26,394.01 अंक पर बंद होने में सफल हुआ। निफ्टी में भी सेंसेक्स की तरह ही उतार-चढ़ाव देखा गया। यह 4.65 अंंक की मामूली तेजी के साथ खुला, लेकिन जोरदार लिवाली के दम पर यह 8,197.35 अंक के दिवस के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। बैंकिंग तथा स्वास्थ्य समूहों में हुई बिकवाली के दबाव से यह टूटकर 8,128.70 अंक के दिवस के निचले स्तर तक चला गया।
मंझोली कंपनियों में लिवाली कारोबार के अंतिम घंटे में 0.19 फीसदी यानी 15.25 अंक की तेजी के साथ 8,142.15 अंक पर बंद हुआ। छोटी तथा मंझोली कंपनियों में भी लिवाली का जोर रहा। बीएसई का मिडकैप 0.53 प्रतिशत यानी 65.57 अंक की तेजी के साथ 12,301.29 अंक पर तथा स्मॉलकैप 0.55 प्रतिशत यानी 66.89 अंक की मजबूती के साथ 12,173.66 अंक पर रहा। बीएसई में कुल 2,797 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ। इनमें 1,578 में वृद्धि तथा 1,023 में गिरावट रही, जबकि 199 के शेयरों के भाव अपरिवर्तित रहे।