टाटा ने कंपनियों के अधिकारियों से नेतृत्व में बदलाव पर ध्यान दिये बिना अपने–अपने कारोबारों पर ध्यान केन्द्रित करने को कहा। कंपनियों में चल रही गतिविधियों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि हम रिपीट मूल्यांकन करेंगे और आवश्यक कदम उठायेंगे। यदि कोई बदलाव किया जाएगा तो उससे आपलोगों को अवगत करा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि वह स्थिरता और प्रगति के लिए अंतरिम अध्यक्ष बने हैं और इस कारण कहीं कोई रिक्तता नहीं है। यह अल्पावधि के लिए है। एक नया और स्थायी नेतृत्व जल्दी ही सामने होगा।
उल्लेखनीय है कि टाटा संस ने सोमवार को अचानक ही साइरस मिस्त्री को अध्यक्ष पद से हटाने की घोषणा की थी। उसके बाद टाटा को अंतरिम अध्यक्ष बनाया गया और कंपनी ने नये अध्यक्ष के चयन के लिए एक समिति गठित की गयी है।