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इन बैंकों में निकलेंगी बंपर भर्तियां, आपके पास भी है मौका 

Published: Jul 23, 2017 03:10:00 pm

Submitted by:

manish ranjan

भारत में सबसे ज्यादा नौकरी देने वाला बैंकिंग सेक्टर एनपीए के बोझ में दबे होने के वजह से नई भर्तियां करने में हिचक रहा हैं। लेकिन ग्रामीण बैंको में इससे बिल्कुल उलट हैं।

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नई दिल्ली। भारत में सबसे ज्यादा नौकरी देने वाला बैंकिंग सेक्टर एनपीए के बोझ में दबे होने के वजह से नई भर्तियां करने में हिचक रहा हैं। लेकिन ग्रामीण बैंको में इससे बिल्कुल उलट हैं। आने वाले दिनों में ग्रामीण बैंको में लगभग 15,500 नई भर्तीयां होने वाली है। ग्रामीण बैंक पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष ज्यादा नौकरियां देंने वाले हैं। 

देश में 56 ग्रामीण बैंकों में होगी भर्तियां 
ग्रामीण और छोटे किसानों को नौकरियां देने वाली क्षेत्रीय ग्रामीण बैंको को अब सरकारों के वित्तीय समावेश जैसे एजेंडे का पूरा करने के लिए अब बड़े कार्यक्षेत्र की जरूरत है। वर्ष 2017 तक 86,555 लोगों को नौकरियां देने वाली भारत में ऐसे 56 ग्रामीण बैंक है। यह सं या पिछले वर्ष के 88,196 से कम होने के बावजूद भी 15 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ वर्ष 2016-17 में 6 लाख करोड़ के उपर पहुंच गया। ग्रामीण बैंको में इन इतने खाली पदों का कारण यह है कि कर्मचारी शुरूआती दिनों में काम सीखने के बाद बड़े बैंको के तरफ भागने लगते हैं। पश्चिम बंगा ग्रामीण बैंक के एक अधिकारी का कहना है कि, ग्रामीण बैंको में चयनित अधिकतर कर्मचारी शुरूआत में काम के लिए भी नही जाते और पहली तिमाही में ही इस्तीफा दे देते है।

शाखा बढऩे से निकली नौकरी 
प्राबेशनरी अधिकारी के पदों के लिए इस इंस्टीट्यूट ने दो वर्ष पहले 12,500 पदों के अपेक्षा पिछले वर्ष 8,822 ही भर्तीयां की जबकि 23,000 क्लर्क के पदों की तूलना में केवल 19,300 ही भर्तीयां की। ग्रामीण बैंक की बढ़ती शाखाओं के चलते बहुत ज्यादा नौक रियों की जरूरत हैं।

बड़े बैंकों पर एनपीए का असर 
देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई की चेयरमैन अरूंधति भट्टाचार्य ने कहा कि, एसबीआई इस वर्ष कम भर्तीयां करेगी क्योंकि सहकारी बैंको के विलय होने के बाद पहले से ही 15 हजार कर्मचारी ज्यादा हैं। 

नौकरियों का बदला ट्रेंड 
लेकिन टेक्रोलॉजी सेक्टर में इस वर्ष नौकरीयों के कम मौके होने के वजह से यह ट्रेंड बदल सकता है। लेबर ब्यूरो के एक डेटा के अनुसार वर्ष 2009 में 12.5 लाख नौकरियों के अपेक्षा वर्ष 2015 में केवल 1.35 लाख नौकरियों के ही अवसर पैदा हुए। इंस्टीट्यूट ऑफ पर्सनल सेलेक्शन ने क्षेत्रीय ग्रामीण बैंको में भर्तीयों की घोषणा की है। कुछ अधिकारियों का कहना है कि यह इंस्टीट्यूट जो इन भर्तीयों के लिए टेस्ट और इंटरव्यू लेता है, बहुत जल्द ही रिक्रूटमेंट प्लान की घोषणा करने वाला है। राज्य स्तरीय बैंको में भर्तीयेां के लिए नोटिफिकेशन अगस्त माह में जारी होगा। 
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