किसान-मजदूर परेशान, कामधंधा करें या बैंकों के चक्कर काटें
मथुराPublished: Nov 30, 2016 08:55:00 pm
किसानों ने कहा कि रुपयों के लिए कामधंधा छोड़कर बैंक के चक्कर काटे या रोजी रोटी के लिए कामधंधा करें।
मथुरा। नोटबंदी के 22 दिन बाद भी आम जनता को राहत नहीं मिली। दिन की शुरुआत होते ही लोग रुपए निकालने के लिए बैंकों और एटीएम के बाहर लाइन में लग गए। कुछ लोगों को रुपए मिले तो कुछ रोज भी तरह मायूस हो वापस लौट गए। वहीं नोटबंदी के बाद किसान-मजदूर खासे परेशान हैं। बैंको में पर्याप्त धनराशि न होने और अव्यवथा के कारण मजदूर किसान लोगों का सब्र अब टूटने लगा है।
कम नहीं हो रही भीड़
गोवर्धन स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉर्मस में भारी भीड़ उमड़ी। सुबह से ही दोनों बैंकों के बाहर लंबी-लंबी कतारें लग गई। कतारों के खड़ा कोई शख्स शहर का था तो कोई अपना काम छोड़कर गांव से आया था। सभी को अपनी बारी का इंतजार था। बैंकों के बाहर मौजूद पुलिस बल व्यवस्था बनाने के लिए प्रयास कर रहे थे लेकिन भीड़ के सामने पुलिस बल भी बौना साबित हो रहा था।
किसान, मजदूर परेशान
वहीं गांव से आए किसानों और मजदूरों ने कहा कि हमें अपने ही पैसे के लिए सितम सहने पड़ रहे हैं। बैंक से रुपए न मिल पाने से अब भुखमरी की स्थिति पैदा हो गयी है। ग्रामीणों ने कहा कि वो बेहद परेशान हैं। घर में एक पैसा नहीं है। अब वो रुपए निकलाने के लिए कामधंधा छोड़कर बैंक के चक्कर काटे या रोजी रोटी के लिए कामधंधा करें।