चेन्नई में 72 घंटे के भीतर फिर भारी बारिश की चेतावनी, सेना सतर्क
Published: Dec 02, 2015 01:15:00 pm
एयरपोर्ट बंद, हालात संभालने के लिए आर्मी, नेवी, एयरफोर्स और एनडीआरएफ को मोर्चा संभालना पड़ा, पीएम ने दिया मदद का भरोस
चेन्नई। दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र के प्रभाव से तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई और उसके उपनगरीय इलाकों के अलावा राज्य के अन्य हिस्सों तथा पुड्डुचेरी में जनजीवन पूरी तरह से पटरी से उतर गया है। चेन्नई हवाई अड्डे पर हवाईपट्टी के पानी में डूबने के कारण यहां से सभी उड़ानें रद्द कर दी गयीं हैं। तमिलनाडु में लगातार हो रही इस बारिश ने पिछले 100 साल का रिकार्ड तोड़ दिया है। लगातार बारिश के कारण चेन्नई शहर की आस पास की झीलों का पानी निकलकर शहर के वडापलानी, वलासरवकम और नंदमवाकम इलाकों में घुस गया है। वहीं मौसम विभाग ने 72 घंटे के भीतर भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। भारी बारिश से अब तक 188 लोगों की मौत हो चुकी है। आपको बता दें कि चेन्नई की आबादी 80 लाख है, जिसमें से 50 लाख लोग अभी भी पानी में फंसे हुए हैं।
हालांकि आज सुबह बारिश बंद हो गई, लेकिन आसमान में बादल छाये हुए है। कल से लगातार हुई बारिश के कारण शहर के अधिकतर हिस्सों में पानी भर गया है। चेन्नई और गुडूर के बीच रेल की पटरियों के पानी में डूब जाने से कई ट्रेनें रद्द कर दी गयीं हैं। बाढ़ के पानी में फंसे लोगों की मदद के लिए नौसेना और राष्ट्रीय आपदा कार्रवाई बल को लगाया गया है। सूत्रों ने बताया कि चेन्नई हवाई अड्डे में भी हवाई पट्टी पर पानी भर जाने के कारण उड़ानें रद्द होने से लगभग 4000 यात्री फंस गए हैं।
चेन्नई के कई हिस्सों में भारी बारिश के कारण कल रात से ही बिजली काट दी गयी है। नुनगमबक्क्म इलाके में स्थित यूनीवार्ता के कार्यालय की बिजली भी कल शाम से ही गुल है। चेन्नई के निचले इलाकों में घर पानी में डूब गये हैं और लोगों ने घरों की छत पर शरण ली हुई है। भारी बारिश के कारण इसी सप्ताह स्कूल बंद कर दिये गये और परीक्षाएं भी रद्द कर दी गयी है। विश्वविद्यालयों की परीक्षाएं भी टाल दी गयीं हैं। तमिलनाडु में बारिश के कहर से आई बाढ़ पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कल शाम मुख्यमंत्री जे. जयललिता से बात की और उन्हें केन्द्र की तरफ से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।