तमिलनाडु बाढ़ : 188 की मौत, PM ने CM को दिया मदद का भरोसा
Published: Dec 02, 2015 08:18:00 am
बारिश ने 97 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया, चेन्नई में 1197 मिमी बारिश हुई है, जबकि इससे पहले 1918 में 1088 मिमी बारिश दर्ज की गई थी
चेन्नई। तमिलनाडु के विभिन्न हिस्सों में मंगलवार को हुई भारी बारिश से ज्यादातर हिस्सों में पानी भर गया। बाढ़ के पानी के चलते रेल, विमान और बस सेवा प्रभावित हुई है। बारिश ने 97 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक इस बार नवंबर माह में चेन्नई में 1197 मिलीमीटर बारिश हुई है, जबकि इससे पहले 1918 में 1088 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई थी। तमिलनाडु में बाढ़ की स्थिति के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को मुख्यमंत्री जयललिता से बात की और उन्हें केंद्र की ओर से हरसंभव मदद और सहयोग का आश्वासन दिया।
मोदी ने ट्वीट किया कि तमिलनाडु के हिस्सों में बाढ़ की स्थिति को लेकर जयललिताजी से बात की। इस दुर्भाग्यपूर्ण घड़ी में सभी संभावित मदद और सहयोग का आश्वासन दिया। भारी बारिश के कारण चेन्नई के अधिकतर इलाके जलमग्न हैं जिसके चलते विमान, ट्रेन और बस सेवाओं पर असर पड़ा है तथा स्कूलों की अर्धवार्षिक परीक्षाओं को स्थगित करना पड़ा है।
मुख्यमंत्री जयललिता ने हालात की समीक्षा की और मंत्रियों को प्रभावित इलाकों का दौरा करने का निर्देश दिया। वर्षाजनित हादसों में मरने वालों की संख्या जहां 188 पहुंच गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस, अग्निशमन ओैर राहत, एनडीआरएफ, राज्य आपदा बल और तटीय गार्ड हालात पर काबू पाने में जुटे हैं। दूसरी तरफ मौसम विभाग के अधिकारियों ने सचेत किया है कि अगले चार दिनों में राज्यभर में और बारिश होगी।
अधिकारियों ने कहा कि पुलिस, अग्निशमन ओैर राहत, एनडीआरएफ, राज्य आपदा बल और तटीय गार्ड हालात पर काबू पाने और बाढ़ग्रस्त इलाकों से लोगों को निकालने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। इस बीच, राज्य सरकार के अनुसार वर्षाजनित हादसों में मरने वालों की संख्या बढ़कर 188 हो गई है। वहीं शहर को आईटी हब से जोड़ने वाले एक मुख्य चौराहे पर सड़क धंस गई है।
इससे पहले जयललिता ने चेन्नई, तिरूवल्लूर, कुड्डलूर और कांचीपुरम जिलों में भारी बारिश के कारण उत्पन्न हालात का जायजा लिया। उन्होंने अपने मंत्रियों को भी इन इलाकों में हालात की जानकारी लेने के लिए जाने का निर्देश दिया है। इसके अलावा उन्होंने भारी बारिश से जीवन अस्त-व्यस्त होने के कारण स्कूलों में अगले सप्ताह से शुरू होने वाली परीक्षाएं भी स्थगित कर दी है। ये परीक्षाएं पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 7 दिसंबर को शुरू होने वाली थीं।
भारी बारिश के कारण पोंडी, चोलावरम्, पुझाल ओैर चैंबरबक्कम जलाशयों में पानी का स्तर 83.8 प्रतिशत पहुंच गया और राज्य की 14,098 झीलों में से 6,791 झीलें लबालब भर गई हैं।