लेफ्टिनेंट जनरल हीरा ने परेड की सलामी लेने के बाद कहा कि नव सैन्य अधिकारी परम्परागत और गैर परम्परागत चुनौतियों के लिए तैयार रहें।
देहरादून। भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) में अंतिम पग भरते ही 401 कैडेट शनिवार को भारतीय सेना का हिस्सा बन गए। इनके साथ ही 53 विदेशी कैडेट भी पास आउट हुए। उप सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल एन.पी.एस. हीरा ने परेड की सलामी ली।
सुबह आठ बजकर 57 मिनट पर मार्कर्स कॉल के साथ परेड का आगाज हुआ। कंपनी सार्जेट मेजर ललित उपमन्यु, मोहित सैनी, विकास, अभिषेक, अभिजीत, अनिल गंगोला, प्रसून कुमार व यान राज ने ड्रिल स्क्वायर पर अपनी-अपनी जगह ली। एडवांस कॉल के साथ ही छाती ताने देश के भावी कर्णधार असीम हिम्मत और हौसले के साथ कदम बढ़ाते मल्ला राम गोपाल नायडू की अगुवाई में परेड के लिए पहुंचे।
इसके बाद परेड कमांडर प्रत्यूष मोहंती ने ड्रिल स्क्वायर पर जगह ली। कैडेट्स के शानदार मार्चपास्ट से दर्शक दीर्घा में बैठा हर एक शख्स मंत्रमुग्ध हो गया। युवा सैन्य अधिकारी अंतिम पग भर रहे थे तो आसमान से हेलीकॉप्टरों के जरिए उन पर फूलों की बारिश हो रही थी। लेफ्टिनेंट जनरल हीरा ने परेड की सलामी लेने के बाद कहा कि नव सैन्य अधिकारी परम्परागत और गैर परम्परागत चुनौतियों के लिए तैयार रहें।
उन्होंने कैडेटों को उनके सम्पूर्ण प्रदर्शन एवं अन्य उत्कृष्ट सम्मान से नवाजा। प्रत्यूष कुमार मोहंती को स्वार्ड ऑफ ऑनर प्रदान की गई। मल्ला राम गोपाल नायडू को स्वर्ण और सूयश गुप्ता को रजत पदक मिला। प्रत्यूष कुमार मोहंती को कांस्य पदक प्रदान किया गया। जबकि दीपक सिंह ने रजत पदक (टीजी-यूईएस) हासिल किया। जार्ज प्रिंस कार्की सर्वश्रेष्ठ विदेशी कैडेट चुने गए। चीफ ऑफ आर्मी स्टॉफ बैनर अलामिन कंपनी को मिला। इस दौरान कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल एस.के .सैनी, डिप्टी कमांडेंट मेजनर जनरल मंदीप सिंह आदि सैन्य अधिकारी मौजूद थे।