पुलिस के जवानों ने पेश की मिशाल, गर्भवती को कंधे पर उठाकर तीन घंटे पैदल चले जवान, पहुंचाया अस्पताल
Published: Jan 16, 2017 04:47:00 pm
जवानों ने बर्फबारी के बीच साढ़े तीन घंटे पैदल चलकर
गर्भवती महिला को अस्पताल पहुंचाया। महिला की कुर्सी पर बैठाकर, कुर्सी को
जवानों ने कंधे पर उठा लिया। जवानों ने पैदल 10 किमी की दूरी तय की…
6 policemen walk for 3 hours through snow-clad route to get pregnant woman to hospital
शिमला: भारत के पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश के शिमला से कुछ पुलिसकर्मियों की इंसानियत और उनकी ड्यूटी के प्रति कर्तव्यनिष्ठा का जीता-जागता सबूत देखने को मिला है।
एक वेबपोर्टल की खबर के अनुसार शिमला के भोंट गांव में एक 23 वर्षीय गर्भवती महिला असहनीय प्रसव पीड़ा से गुजर रही थी। दर्द बढ़ने पर एंबुलेंस को फोन किया गया लेकिन भारी बर्फ़बारी के कारण एम्बुलेंस के लिए वहां तक पहुंचना असंभव था, क्योंकि सड़क पूरी तरह से जाम थीं। इसके बाद देवदूत की तरह महिला को बचाने पहुंचे हिमाचल पुलिस के 6 जवान, जिन्होंने महिला को कंधे पर उठा कर अस्पताल पहुँचाया, इस दौरान वो बर्फ से भरे रास्तों पर लगातार 3 घण्टों तक पैदल चले।
भारी बर्फ़बारी और बंद पड़े रास्तों के कारण एम्बुलेंस उनके घर तक नहीं पहुंच पा रही थी और समय के बीतते-बीतते उनकी उम्मीदें अँधेरे में खोटी जा रही थीं। मजबूर और परेशान कामिनी और उनकी मां सरला अपनी सारी उम्मीदें खो चुके थे।
खबर के अनुसार शाम करीब 6:30 बजे पुलिसकर्मी उनके घर आये और कामिनी की मां सरल से उनकी मदद के लिए पूछा! कामिनी की मां को एक बार फिर से एक उम्मीद आ गई और उन्होंने उन पुलिस वालों पर बिश्वास करते हुए उनकी मदद के लिए हाँ कर दी। इसके बाद पुलिस के छह जवानों ने इंसानियत की मिसाल कायम की।
जवानों ने बर्फबारी के बीच साढ़े तीन घंटे पैदल चलकर गर्भवती महिला को अस्पताल पहुंचाया। महिला की कुर्सी पर बैठाकर, कुर्सी को जवानों ने कंधे पर उठा लिया। जवानों ने पैदल 10 किमी की दूरी तय की।
अस्पताल के डॉक्टरों ने जवानों की तारीफ करते हुए कहा कि अगर घर पर ही अगली सुबह होने का इंतजार किया जाता तो कामिनी की जान जा सकती थी।