सोशल साइट्स के जरिए आतंकी संगठनों से जुड़े 60 कश्मीरी युवक
Published: Oct 13, 2015 12:33:00 pm
आतंकी संगठन युवाओं को जोड़ने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहे हैं। इससे 60 कश्मीरी युवक आतंकी संगठनों का हिस्सा बन गए हैं
नई दिल्ली। आतंकी संगठन युवाओं को जोड़ने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहे हैं। इससे 60 कश्मीरी युवक आतंकी संगठनों का हिस्सा बन गए हैं। गृह मंत्रालय का कहना है कि इनमें से अधिकांश युवक हिजबुल मुहाहिदीन से जुड़े हैं। मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि इस ट्रेंड पर रोक लगाने के लिए सुरक्षा एजेंसियों से सोशल नेटवर्किग साइट्स की बारीकी से निगरानी करने के लिए कहा गया है। इस साल सितम्बर तक आतंकी संगठनों से जुड़ने वाले कश्मीरी युवकों की आधिकारिक संख्या करीब 60 है। अधिकारियों ने कहा कि बहुत सारे अभिभावकों ने पुलिस को अपने बेटों के घर से लापता होने की जानकारी तक नहीं दी।
अधिकारियों ने कहा है कि हिजबुल मुजाहिदीन का चर्चित चेहरा बन चुके त्राल निवासी 20 साल के बुरहान वानी के नेतृत्व में कुछ युवकों के एक समूह द्वारा पोस्ट किए जाने वाले वीडियो और तस्वीरों से युवा आतंकवाद की तरह आकर्षित हो रहे हैं। वैसे, इससे पहले भी हथियारों से लैस कुछ आतंकियों ने अपनी तस्वीरें सोशल साइट्स पर अपलोड की थीं। पंजाब के गुरदासपुर में आतंकी हमले से पहले भी सोशल साइट पर अपलोड की गई आतंकियों की तस्वीर सुर्खियों में था।
भड़काऊ वीडियो का इस्तेमाल
अधिकारियों ने कहा कि 20-30 साल की उम्र के 20 युवकों को आतंकवाद का हिस्सा बनने से रोका गया है। इन युवकों के फेसबुक मैसेज और कमेंट की निगरानी की गई क्योंकि उनकी हिजबुल मुजाहिदीन खासकर बुरहान के प्रति काफी दिलचस्पी दिख रही थी। बुरहान को ए श्रेणी का आतंकी करार देते हुए उसकी गिरफ्तारी कराने पर 10 लाख के इनाम की घोषणा की गई है। बुरहान को सोशल मीडिया पर भड़काऊ वीडियो का प्रसार कर युवकों से हिजबुल से जुड़ने की अपील करने के लिए जाना जाता है।