केन्द्रीय वित्त मंत्री भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने गुरुवार को दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता के कारण बिहार विधानसभा के तीन चरणों के लिए हुए चुनाव से मिले संकेतों से स्पष्ट हो गया है कि एनडीए क्लीन स्वीप की ओर बढ़ रहा है ।
जेटली ने भाजपा के प्रदेश कार्यालय में मीडिया से बातचीत में कहा कि कहा कि प्रधानमंत्री की लोकप्रियता लोगों के बीच हैं उससे उनके प्रति लोगों में उत्साह और विश्वास बढ़ा है । उन्होंने कहा कि दूसरी ओर इस चुनाव में जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के नेतृत्व वाले अवसरवादी महागठबंधन की राजनीतिक अस्थिरता दांव पर लगी है।
वित्त मंत्री ने कहा कि तीन चरण के लिए चुनाव के बाद जमीनी सच्चाई धीरे-धीरे महागठबंधन के नेता भी समझने लगे हैं । कल तक जीत का दावा करने वाले इन नेताओं को भी सच्चाई का पता चल गया है । उन्होंने कहा कि अपने अनुभव के आधार पर वह कह सकते हैं कि सभी विधानसभा क्षेत्रों का अधिकांशत: एक ही पैटर्न होता है जब तक कि कोई बड़ी घटना न हो जाए ।
जेटली ने कहा कि तीन चरणों के चुनाव के बाद स्पष्ट रुप से कहा जा सकता है कि राजग क्लीन स्वीप की ओर बढ़ रहा है। अभी दो चरणों का चुनाव होना बाकी है। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि इस चुनाव को कौन-कौन से कारण प्रभावित कर रहे हैं ,यह समझने की जरुरत है। सर्वप्रथम प्रधानमंत्री की लोकप्रियता और उनके प्रति लोगों में उत्साह एवं विश्वास है।
वित्त मंत्री ने कहा कि यदि केन्द्र और बिहार सरकार मिलकर चलती हैं तो प्रदेश को आगे बढऩे का अवसर मिलेगा । प्रधानमंत्री ने बिहार के लिए विशेष पैकेज दिया है और इससे लोगों में यह उम्मीद जगी है कि राज्य प्रगति के मार्ग पर आगे बढ़ेगा और खूब तरक्की करेगा ।
उन्होंने कहा कि विशेष पैकेज को लेकर बिहार सरकार का नकारात्मक रवैया उचित नहीं है।जेटली ने सवालिया लहजे में कहा कि यदि यह विशेष पैकेज पुराना था तो फिर पिछले 10 वर्षों में इसे क्यों नहीं लागू किया गया । उस दौरान केन्द्र में कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार थी जिसके साथ महागठबंधन के नेता हाथ मिलाए हुए हैं ।
वित्त मंत्री ने कहा कि विधानसभा के चुनाव को प्रभावित करने का तीसरा महत्वपूर्ण कारण महागठबंधन बनाकर हताश लोगों का जमावड़ा करना है । उन्होंने कहा कि महागठबंधन में एकमात्र कांग्रेस ही राष्ट्रीय पार्टी है जो अपना अस्तित्व को बचाने के लिए चुनाव मैदान में है। कांग्रेस कमजोर हो चुकी है और पार्टी को मजबूत बनाने के कवायद में लगी है।
जेटली ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) को पारिवारिक समूह बताया और कहा कि राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव अपनी दूसरी पीढ़ी को आगे बढ़ाने में लगे हुए हैं। एक मामले में सजायाफ्ता होने के कारण वह चुनाव नहीं लड़ सकते । उन्होंने कहा कि जहां तक जदयू का सवाल है यह उनका अवसरवादी राजनीति का आखिरी दांव है।
जद यू ने भाजपा की शक्ति के बल पर सत्ता प्राप्त की लेकिन ड्राइविंग सीट जदयू के पास रही । भाजपा से अलग होने के बाद पिछले लोकसभा चुनाव में जदयू दो सीटों पर सिमट गईं। वित्त मंत्री ने कहा कि जदयू अब राम मनोहर लोहिया की विचारधारा को छोड़ कर कांग्रेस की गोद में बैठ गया है । मजबूरी में महागठबंधन बनाया गया जिसमें नेताओं के मन और विचार एक नहीं है ।
उन्होंने कहा कि महागठबंधन में राजद को साथ लेने से जदयू विकास के एजेंडे को ही समाप्त कर दिया । इस बार के चुनाव में युवाओं ने जात-पात से ऊपर उठकर बड़ी संख्या वोट देने का काम किया है। जेटली ने कहा कि भाजपा और उसके सहयोगी दल विधानसभा के चुनाव में बड़ी बढ़त के साथ स्थाई सरकार बनाने की ओर बढ़ रहे हैं।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि साहित्य अकादमी और अन्य पुरस्कारों से सम्मानित लेखक भाजपा विरोधी मानसिकता के कारण पुरस्कार लौटा रहे हैं । उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि जब देश में भ्रष्टाचार हो रहा था तब ऐसे लोगों ने अंतरआत्मा की आवाज क्यों नहीं सुनी ।