गांव में है अरुणा का गुनहगार, अपने किए पर पछताव की बात कही
Published: May 30, 2015 09:52:00 am
अरूणा शानबाग पर जानलेवा हमला करने वाला शख्स अब यूपी के
एक गांव में रहता है और वहां वो मजदूरी का काम करता है।
नई दिल्ली। नर्स अरूणा शानबाग पर जानलेवा हमला करने वाला शख्स अब उत्तर प्रदेश के एक गांव में रहता है और वहां वो मजदूरी का काम करता है। पहले कहा जा रहा था कि सात साल की सजा काटने के बाद सोहनलाल दिल्ली में नाम बदलकर रह रहा था, वहीं 2011 में उसकी मौत भी हो चुकी थी। वहीं अब एक स्थानीय अखबार की खबर के अनुसार सोहनलाल जिंदा है। हालांकि सोहनलाल ने पछतावे की बात तो कही, लेकिन वह यह मानने को तैयार नहीं था कि उसने अरूणा के साथ रेप किया था या उनके सामान चुराए थे।
गौरतलब है कि मुंबई के किंग एडवर्ड मेमोरियल (केईएम) अस्पताल में नर्स के रूप में काम करने वाली अरूणा शानबाग अपने साथ हुई ज्यादती के बाद कोमा में चली गई थीं और 42 साल बाद 19 मई को उनका निधन हो गया था।
वाल्मिकी का कहना है कि अब वह वाकये को याद नहीं कर सकता जो 41 साल पहले हुआ था। अरूणा की जीवनी लिख चुकीं और उनकी इच्छा मृत्यु के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करने वाली पिंकी विरानी का दावा है कि वाल्मिकी दिल्ली चला गया था और अपनी पहचान बदलकर वहां एक अस्पताल में काम करने लगा था। बहरहाल, वाल्मिकी का कहना है कि उसने दिल्ली में कभी काम नहीं किया।
उधर, अखबार की रिपोर्ट पर मुंबई पुलिस ने कहा है कि वह इसको लेकर कानूनी राय लेगी कि क्या वाल्मिकी के खिलाफ हत्या का ताजा मामला शुरू किया जा सकता है।
वहीं सोहनलाल ने पछतावे की बात तो कही, लेकिन वह यह मानने को तैयार नहीं था कि उसने अरूणा के साथ रेप किया था या उनके सामान चुराए थे। उसने इन आरोपों को झूठ बताया। कभी वॉर्ड ब्वॉय रहा सोहनलाल आजकल अपनी ससुराल में दिहाड़ी मजदूर के तौर पर काम करता है। उसका अपना घर यूपी के ही बुलंदशहर के दादूपुर में है, लेकिन 20 साल पहले अपने भाई से झगड़ा कर वह अपनी ससुराल आ गया था। वह अपने दो बेटों के साथ रहता है।