अफजल गुरु के पुत्र को दसवीं बोर्ड की परीक्षा में 95 फीसदी अंक
Published: Jan 11, 2016 11:59:00 am
वर्ष 2001 के संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु जिसे 9 फरवरी 2013 को फांसी दी गई थी
श्रीनगर। कहा जाता है कि पुत्र की राह पिता से अलग होती है। वर्ष 2001 के संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु जिसे 9 फरवरी 2013 को फांसी दी गई थी, के पुत्र गालिब को जम्मू-कश्मीर की राज्य बोर्ड की दसवीं की परीक्षा में 95 फीसदी अंक हासिल हुए हैं। उसे 500 में से 474 अंक मिले हैं। गालिब के अंक राज्य के टॉपर ताबिश मंजूर खान को मिले अंकों में से सिर्फ 24 अंक कम हैं। गालिब को सभी पांच विषयों में ए ग्रेड मिला है। गालिब की यह उपलब्धि सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय रही है। अलगाववादी भी उसकी इस उपलब्धि की सराहना में पीछे नहीं हैं।
अफजल गुरु की फांसी के बाद उसकी पत्नी तबस्सुम ने कहा था कि अब हमारा परिवार शांति से बाकी जिंदगी जीना चाहता है। उस समय गालिब ने कहा था कि वह डॉक्टर बनना चाहता है। उसने तब बताया था कि वह जब तिहाड़ जेल में अपने पिता से मिलने गया था तब उन्होंने उसे साइंस की किताब और एक पेन दिया था।
मां ने किया मार्गदर्शन
गालिब के इस मेरिट रिजल्ट के पीछे उसकी मां तबस्सुम की मेहनत है। बताया जाता है कि वह चाहती हैं कि गालिब एक अच्छा इंसान बने। तबस्सुम ने गालिब की पढ़ाई में कभी कोई कसर नहीं रखी। गौरतलब है कि गालिब के पिता अफजल गुरुने मेडिकल की पढ़ाई बीच में ही छोड़ कर सिविल सर्विसेज की तैयारी शुरू की थी। इसके बाद से ही वह देशद्रोही गतिविधियों में शामिल हो गया था।