उत्तर प्रदेश की पिछली अखिलेश सरकार में एक पार्क में सिर्फ सांपों को पकड़ने के लिए ही 9 करोड़ रुपए खर्च कर दिए गए। यह आरोप प्रदेश के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को विशेष ऑडिट के लिए भेजे प्रस्ताव में लगाया है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की पिछली अखिलेश सरकार में एक पार्क में सिर्फ सांपों को पकडऩे के लिए ही 9 करोड़ रुपए खर्च कर दिए गए। यह आरोप प्रदेश के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को विशेष ऑडिट के लिए भेजे प्रस्ताव में लगाया है। इसके अलावा अधिकारियों ने मुख्यमंत्री से अखिलेश सरकार की तीन प्रमुख योजनाओं में अधिक लागत, निविदा मानदंड़ों का उल्लंघन और आवश्यक मंजूरी प्राप्त करने में विफलता जैसे आरोप लगाकर विशेष ऑडिट कराने की बात कही है। अब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार ने इन तीनों योजनाओं का विशेष ऑडिट कराने की तैयारी शुरू कर दी है।
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इन तीन योजनाओं की होगी जांच
अधिकारियों के मुताबिक, मुख्यमंत्री कार्यालय को जनेश्वर मिश्र पार्क, जय प्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर (जेपीएनआईसी) के निर्माण और लखनऊ के पुराने शहर के हुसैनाबाद क्षेत्र के विकास पर किए गए खर्चों पर ‘विशेष ऑडिट’ करने का सुझाव मिला है। इन तीनों परियोजनाओं को पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की निगरानी में हाउंसिग विभाग द्वारा पूरा किया गया था।
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अलग-अलग कमेटी ने की जांच
प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के दो महीने बाद मई में लखनऊ के डिविजनल कमिश्नर अनिल गर्ग ने इन तीनों परियोजनाओं की अलग से जांच कराने के लिए तीन समितियों का गठन किया। इन समितियों की अध्यक्षता पीडब्ल्यूडी के प्रमुख अभियंता ने की। इसके अलावा एक अधीक्षक अभियंता और दो कार्यकारी अभियंता को समिति का सदस्य बनाया गया। इन तीनों समितियों ने पिछले सप्ताह अपनी रिपोर्ट सौंपी।
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तय सीमा से दोगुनी राशि खर्च
रिपोर्ट में कहा गया है कि जेपीएनआईसी के विकास पर अब तक 864 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं और यह कार्य अभी तक पूरा नहीं हुआ है। इसके अलावा जनेश्वर मिश्र पाक पर 360 करोड़ रुपए और हुसैनाबाद के विकास पर 265 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं। इन समितियों ने तीनों योजनाओं का विशेष ऑडिट कराने की सिफारिश की है। सूत्रों के मुताबिक, इन तीनों योजनाओं पर तय सीमा से दोगुना राशि खर्च की गई है।