छत्तीसगढ़: शिक्षा मंत्री की पत्नी की जगह अन्य महिला दे रही थी परीक्षा
Published: Aug 05, 2015 11:51:00 am
परीक्षा कक्ष में परीक्षा दे रही महिला भानपुरी निवासी किरण मौर्या थी, जब उससे नाम पूछा गया तो उसने अपना नाम शांति कश्यप बताया
अनुराग
शुक्ला
जगदलपुर। प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री केदार कश्यप की पत्नी शांति कश्यप के नाम पर “मुन्नी बहन” (एक अन्य महिला) को परीक्षा देते हुए मंगलवार को रंगे हाथों प कड़ा गया। जिला मुख्यालय से करीब 30 किमी दूर लोहंडीगुड़ा के शासकीय हाईस्कूल में पं.सुंदरलाल शर्मा ओपन यूनिवर्सिटी की एमए (अंग्रेजी) अंतिम की परीक्षा में शांति कश्यप के स्थान पर किरण मौर्या परीक्षा दे रही थी। उसके पास शांति के नाम और तस्वीर वाला प्रवेश-पत्र मिला।
जानकारी मिलते ही विवि प्रशासन के कान खड़े हो गए। कुलपति प्रो.बंशगोपाल सिंह ने मामले की जांच के लिए परीक्षा नियंत्रक की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय जांच कमेटी का गठन कर दिया है। केंद्र में तैनात सभी कर्मचारियों पर सख्त करवाई और मामला पुलिस को सौंपने के आदेश दे दिए गए हैं। मामला मंगलवार को “पत्रिका” के स्टिंग ऑपरेशन से सामने आया।
हां, मैं हूं मंत्रीजी की पत्नी
परीक्षा कक्ष में परीक्षा दे रही महिला भानपुरी निवासी किरण मौर्या थी। जब उससे नाम पूछा गया तो उसने अपना नाम शांति कश्यप बताया। जवाब देते समय उसके चेहरे का रंग उड़ गया था। जब उसे गलती का एहसास हुआ तो उसने कहा कि हां, मैं मंत्रीजी की पत्नी हूं। मगर प्रवेश-पत्र की फोटो पर चुप्पी साध ली।
खुलासे के बाद भी परीक्षा
दूसरी महिला के परीक्षा देने का खुलासा होने के बावजूद वहां के कर्मचारियों ने महिला किरण मौर्या को परीक्षा केंद्र से बाहर नहीं किया। उसने पूरी परीक्षा दी।
परीक्षार्थी शांति कश्यप, उसके स्थान पर परीक्षा देने वाली किरण मौर्या तथा तैनात सभी कर्मचारियों के खिलाफ तत्काल आपराधिक मामला दर्ज कराया जाएगा। शांति कश्यप को इस परीक्षा के लिए अपात्र घोषित करने का भी फैसला लिया गया है।
प्रो.बंशगोपाल सिंह, कुलपति, पं.सुंदरलाल शर्मा
मुक्त विवि, बिलासपुर
मुझे नहीं पता है कि मेरी पत्नी इस तरह की कोई परीक्षा दे रही है और उनके स्थान पर कोई दूसरी महिला परीक्षा में शामिल हो रही है। इस मामले में नियमानुसार जो भी कार्रवाई की जाएगी, मैं पूरा सहयोग करूंगा।
केदार कश्यप,
स्कूल शिक्षा मंत्री
शिक्षा मंत्री का यह आचरण निश्चित रूप में शर्मनाक है। प्रदेश का शिक्षा मंत्री बच्चों के लिए रोल मॉडल होता है, लेकिन केदार कश्यप ने इस पद की गरिमा ही गिरा दी है। उन्हें पद में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।
टीएस सिंहदेव, नेता प्रतिपक्ष, छत्तीसगढ़ विधानसभा