राहुल के सचान महीने भर से गायब है, गनर ने सोमवार को ठाकुरगंज थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई, इससे हड़कंप मच गया
लखनऊ। यौन दुराचार मामाले में राजस्थान की जेल में बंद आसाराम दुष्कर्म केस का इकलौता बचा गवाह राहुल के सचान भी महीने भर से गायब है। गनर ने सोमवार को ठाकुरगंज थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। इससे हड़कंप मच गया। एसएसपी ने एएसपी सिटी (पश्चिम) अजय कुमार मिश्रा को मामले की जांच सौंपी है। एसएसपी राजेश कुमार पांडेय ने बताया कि आसाराम दुष्कर्म केस का गवाह राहुल के सचान करीब एक साल से ठाकुरगंज के वंशी विहार में आरिफ के मकान में किराए पर रहता था।
पुलिस लाइन के कांस्टेबल विजय बहादुर व अमित कुमार उसकी सुरक्षा में तैनात थे। विजय बहादुर ने सोमवार को ठाकुरगंज थाने पहुंचकर राहुल के महीना भर से लापता होने की जानकारी दी। एसओ समर बहादुर यादव ने दूसरे गनर अमित कुमार से तहकीकात की। पता चला कि राहुल 25 नवंबर को गनर अमित के साथ कैसरबाग बस अड्डे तक गया था। वहां किसी की कॉल आने पर उसने अमित को इंतजार करने के निर्देश दिए और खुद कहीं चला गया। काफी देर तक न लौटने पर गनर ने कॉल की। राहुल का नंबर बंद मिलने पर पुलिस लाइन लौट गया।
अगले दिन वो राहुल के घर पहुंचा। मकान मालिक ने उसके न लौटने की सूचना दी। इसी तरह छुट्टी से लौटा विजय बहादुर भी राहुल को तलाश करता रहा। महीना गुजरते देख दोनों पुलिसकर्मियों ने रिजर्व इंस्पेक्टर को राहुल के लापता होने की जानकारी देने के साथ अपनी ड्यूटी बदलने को कहा। मामले की गंभीरता देखते हुए आरआई ने विजय बहादुर को रिपोर्ट दर्ज कराने का आदेश दिया।
एसएसपी ने बताया कि आसाराम दुष्कर्म केस का गवाह होने के चलते राहुल न सिर्फ अपनी सुरक्षा का ध्यान रखता था बल्कि गोपनीयता बनाए रखता था। गौरतलब है कि आसाराम यौन शोषण मामले में उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में गवाह कृपाल सिंह की पहले ही हत्या हो चुकी है, जबकि इस मामले में बचे आखिरी पुख्ता गवाह राहुल के सच्चान का गायब होना पुलिस के लिए नाकामी साबित हो रहा है।
हत्या हो चुकी है राहुल सचान की
उधर शाहजहांपुर की नाबालिग पीडि़ता के पिता ने आसाराम के गुर्गों पर राहुल को गायब कराने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि राहुल की हत्या भी की जा सकती है। उनका कहना है कि आसाराम सोचता है कि वह जेल में हैं लिहाजा उस पर कोई शक नहीं करेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि गवाहों को आसाराम के गुर्गे गायब करवा रहे हैं या हत्या करवा रहे हैं, जबकि पुलिस अभी तक किसी भी केस का खुलासा नही कर सकी है।
पिता का कहना है कि गवाह राहुल के सचान से उनकी फोन पर बात होती थी। राहुल बताता था कि उसको बराबर धमकी दी जा रही है। पिता के मुताबिक राहुल सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर काफी सक्रिय रहता था। आसाराम के समर्थक उसके लिए काफी गलत लिखते थे, लेकिन राहुल फेसबुक पर उन लोगों को उन्हीं की भाषा मे जवाब देता था।