‘पाक कलाकार उरी और दूसरी जगहों पर हुए आतंकवादी हमलों में भारतीय सैनिकों की शहादत पर कुछ क्यों नहीं बोलते’
नई दिल्ली। उरी हमले के बाद पाकिस्तानी कलाकारों के भारत में काम करने या नहीं करने की बहस में अब बाबा रामदेव भी उतर आए हैं। एक अंग्रेजी अखबार के कार्यक्रम में जब बाबा रामदेव से पूछा गया कि पाकिस्तानी कलाकारों को भारत में बैन करने पर उनकी राय क्या है तो उन्होंने जवाब दिया कि कलाकार आतंकवादी नहीं होते हैं, लेकिन क्या इन लोगों में आत्मा है। ये लोग सिर्फ अपनी फिल्म के बारे में सोचते हैं, करोड़ों कमाते हैं और बिरयानी खाते हैं। ये लोग उरी और दूसरी जगहों पर हुए आतंकवादी हमलों में भारतीय सैनिकों की शहादत पर कुछ क्यों नहीं बोलते।
रामदेव ने कहा कि उन्हें पाकिस्तान में योगा कैंप लगाने से गुरेज नहीं है, क्योंकि योगा भी एक कला है। उन्होंने कहा कि वे पाकिस्तान में पतंजलि यूनिट लगाने को भी तैयार हैं, लेकिन पाकिस्तानी आर्टिस्ट्स की तरह वे इससे मुनाफा नहीं कमाएंगे बल्कि जो कमाई होगी उसको पाकिस्तानी लोगों की भलाई के लिए काम करेंगे।
इसके साथ ही बाबा रामदेव ने चीन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। रामदेव ने स्पष्ट कहा कि चीन भारत से पैसे कमाता है और फिर उसी पैसे से पाकिस्तान की मदद करता है। उन्होंने ये भी कहा कि चीन लगातार अंतरराष्ट्रीय मंचों के जरिए पाकिस्तान की मदद कर रहा है ऐसे में उसके सामान का बहिष्कार करने का उद्देश्य सिर्फ चीन पर सामाजिक-आर्थिक दबाव बनाना है।
हाल ही में भारतीय सेना द्वारा पीओके में अंजाम दी गई सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में उन्होंने कहा कि बुराई का अंत करना हिंसा नहीं होती। मुझे लगता है मोदी जी दाउद इब्राहिम, मसूद अजहर और हाफिज सईद जैसे लोगों का भी अंत करेंगे। इस तरह देश के लोगों में गरीबी और काले धन को लेकर जो शिकायत है वह मिट जाएगी।