भगत ने कहा कि, पॉर्न पर प्रतिबंध लगाने से अच्छा सरकार को छेड़छाड़ व महिलाओं के साथ हो रहे रेप पर प्रतिबंध लगाना चाहिए। रिपोर्ट्स के मुताबिक वोडाफोन, एमटीएनएल और बीएसएनएल जैसे इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स पॉर्न साइट्स की जगह ब्लैंक पेज दिखा रहे हैं। आपको बता दें कि ये मामला सामने शनिवार रात को आया, जब देश में कई सारे इंटरनेट यूजर्स पॉर्न साइट्स को एक्सेस नहीं कर पाए।
गौरतलब है कि मोदी सरकार ने पॉर्न साइट्स पर आहिस्ते से प्रतिबंध लगाना पहले ही शुरू कर दिया था। यूजर्स का कहना है कि वेे कुछ लोकप्रिय पॉर्न साइट्स का उपयोग नहीं कर पा रहे हैं। दूसरी तरफ दावा किया जा रहा है कि सरकार ने पॉर्न साइट्स पर प्रतिबंध लगाने का फैसला पहले ही ले रखा था और अब उसी पर कार्रवाई की जा रही है। हालांकि इस मामले में अभी तक मोदी सरकार की तरफ से कोई बयान नहीं आया है।