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कर्नाटक के गृहमंत्री ने कहा, लड़की के साथ नहीं हुआ था दुर्व्यवहार

Published: Feb 04, 2016 03:52:00 pm

तंजानिया की एक छात्रा के साथ कथित तौर पर मारपीट करने तथा कपड़े फाडऩे के आरोप में पांच लोगों को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया गया

bengaluru news girl beaten, stripped

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बेंगलूरू। तंजानिया की एक छात्रा के साथ कथित तौर पर मारपीट करने तथा कपड़े फाडऩे के आरोप में पांच लोगों को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया गया। इस घटना पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज तथा कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कर्नाटक सरकार से तत्काल रिपोर्ट भेजने को कहा है। वहीं दूसरी ओर कर्नाटक के गृहमंत्री ने कहा कि घटना केवल रोडऱेज का मामला है तथा एक्सीडेंट से गुस्साई भीड़ ने पीडि़ता को एक्सीडेंट करने वाले ड्राइवर की साथी समझ कर पिटाई की है, जिसमें उसकी टी-शर्ट फट गई थी। यही नहीं सरकार के मंत्री ने पीड़िता का नाम भी उजागर कर दिया।

बेंगलूरू में हुई इस घटना से दुनियाभर में अपनी संस्कृति तथा सभ्यता का दावा करने वाले भारत की साख को धक्का लगा है। जहां इसे तंजानिया दूतावास रंगभेद तथा नस्लवादी सोच से प्रेरित घटना बता रहा है वहीं पुलिस आयुक्त तथा कर्नाटक के गृहमंत्री ने एक्सीडेंट के बाद भड़के भीड़ के गुस्से को घटना का जिम्मेदार ठहराया। घटना में पीटे गए एक छात्र के अनुसार भीड़ ने लड़की को लगभग 20 मिनट तक दौड़ाकर पीटा, कपड़े फाड़ दिए और जो भी उसे बचाने आया, उसी की पिटाई की गई।

पुलिस ने किया पांच आरोपियों को गिरफ्तार

घटनास्थल पर मौजूद सूत्रों के अनुसार यह सारा वाक्या रविवार शाम को उस समय हुआ जब तंजानिया के एक छात्र की कार की टक्कर से एक स्थानीय महिला की मृत्यु हो गई। एक्सीडेंट से गुस्साई भीड़ ने वहां मौजूद छात्र तथा उसके साथियों की पिटाई कर दी। पुलिस आयुक्त एन एस. मेघारिक ने जानकारी देते हुए बताया, ‘हमने रोड रेज की एक घटना में पीडिता द्वारा दिए गए बयान के आधार पर हिरासत में लिए गए पांच संदिग्धों से बुधवार को पूछताछ की और गुरुवार को उन्हें गिरफ्तार किया।’

हालांकि अभी पांचों आरोपियों के नाम और आयु का खुलासा नहीं किया गया है। पुलिस आयुक्त ने बताया कि घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरों की वीडियो फुटेज के आधार पर उन्हें गिरफ्तार किया गया। मेघारिक ने कहा, ‘आरोपियों को घटना के चश्मदीदों और घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी में कैद वीडियो फुटेज के आधार पर गिरफ्तार किया गया। हम उन्हें हिरासत में लेने और आगे की जांच के लिए स्थानीय अदालत में पेश करेंगे।’

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने की मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से बात

इस पूरे मामले से नाराज तंजानिया की एंबेसी ने इस मुद्दे पर विदेश मंत्रालय को नोट भेज कर भारत सरकार से दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने का आग्रह किया। वहीं विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर इस घटना से आहत होने की बात कही तथा कर्नाटक सरकार से घटना की रिपोर्ट मांगी। सुषमा स्वराज ने बताया कि उन्होंने कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने उन्हें सूचित किया है कि आपराधिक मामला दर्ज कर लिया गया है तथा पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा-

https://twitter.com/SushmaSwaraj/status/694901571281248256



https://twitter.com/SushmaSwaraj/status/694903174675599360



https://twitter.com/SushmaSwaraj/status/694901249301282816



राहुल गांधी ने भी मांगी रिपोर्ट

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने तंजानिया की छात्रा को पीटे जाने तथा उसके कपड़े फाडऩे की घटना पर कर्नाटक सरकार से इस मामले पर तत्काल रिपोर्ट मांगी है। पार्टी महासचिव दिग्विजय सिंह ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘राहुल गांधी ने कर्नाटक सरकार से जवाब देने और तत्काल रिपोर्ट भेजने को कहा है।’

कर्नाटक के गृहमंत्री ने निर्वस्त्र कर घुमाने के आरोप का किया खंडन

घटना सामने आने के बाद कर्नाटक राज्य के गृहमंत्री जी. परमेश्वर ने कहा कि छात्रा के कपड़े उतारकर परेड कराए जाने की बात सच नहीं है। उन्होंने कहा कि इस मामले में पुलिस की ओर से ढिलाई बरते जाने की भी जांच करवाई जाएगी। यही नहीं, कनार्टक सरकार के एक मंत्री ने पीड़िता का नाम भी उजागर कर दिया जिस पर आपत्ति जताई जा रही है।

पुलिस आयुक्त मेघारिक ने भी पीडि़ता को निर्वस्त्र कर इलाके में घुमाने की मीडिया की रिपोर्टों को खारिज करते हुए अपने बयान में कहा कि एक्सीडेंट के बाद गुस्साई भीड़ ने पीडिता को टक्कर मारने वाली गाड़ी के ड्राइवर का साथी समझ कर केवल मारपीट हुई थी, जिसमें उनकी टी-शर्ट फट गई। पुलिस ने ही दोनों को वहां से बचाया था। बाद में मोहम्मद को नशे में गाड़ी चलाने और महिला को टक्कर मारने के मामले में रविवार रात को गिरफ्तार कर लिया गया। परन्तु पीडिता के साथ हुई घटना की एफआईआर दर्ज नहीं की गई थी।

पुलिस उपायुक्त टी. आर. सुरेश के अनुसार पुलिस ने सड़क दुर्घटना और भीड़ द्वारा किए गए हमले के बाद तुरंत मामला दर्ज नहीं किया, क्योंकि पीडित तनजानियाई युवती अपना बयान दर्ज कराने के लिए शहर में नहीं थी। पीडिता के आते ही उसके बयानों के आधार पर पुलिस ने आईपीसी की धारा 323, 324, 506, 509 तथा 354 के तहत मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी थी।

ये है पूरा मामला

रविवार रात सूडान के छात्र मोहम्मद अहाद की गाड़ी ने एक महिला पदयात्री शबाना ताज को टक्कर मार दी, जिससे महिला की मौत हो गई। घटना के बाद गुस्साई भीड़ ने कार चला रहे सूडान के छात्र मोहम्मद की पिटाई की। इसी दौरान तंजानिया की 21-वर्षीया छात्रा वहां से गुजर रही थी जिससे कथित रूप से पकड़ कर बदसलूकी की गई और उसके कपड़े फाड़ दिए गए। पुलिस उपायुक्त के अनुसार मोहम्मद की कार से हुई दुर्घटना के 30 मिनट बाद पीड़ित छात्रा की कार वहां पहुंची, जिसके बाद वहां जमा हुई भीड़ ने पीड़िता को मोहम्मद की मित्र समझ कर उसके साथ मारपीट की।

भीड़ ने लड़की को शर्ट देने से रोका

वहां से गुजर रहे एक अन्य व्यक्ति ने जब लड़की को बचाने की कोशिश की तो वह भी भीड़ के निशाने पर आ गया और भीड़ ने उसे भी पीटा। एक अन्य पीडित छात्र पीटर ने बताया, ‘मैंने लड़की को बचाने की कोशिश की, मैंने उसे अपनी शर्ट देनी चाही, लेकिन लोगों ने मुझे ऐसा करने से रोका और फिर मेरी पिटाई कर दी। उसने बताया कि बाद में कुछ स्थानीय लोगों के हस्तक्षेप करने पर ही वह बच सकें। चार लोगों ने मानव श्रृंखला बनाकर उन्हें घेर लिया तथा भीड़ से बचाया। बाद में पीडित छात्र-छात्रा को अस्पताल ले जाया गया।

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