राहुल गांधी ने भी मांगी रिपोर्ट
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने तंजानिया की छात्रा को पीटे जाने तथा उसके कपड़े फाडऩे की घटना पर कर्नाटक सरकार से इस मामले पर तत्काल रिपोर्ट मांगी है। पार्टी महासचिव दिग्विजय सिंह ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘राहुल गांधी ने कर्नाटक सरकार से जवाब देने और तत्काल रिपोर्ट भेजने को कहा है।’
कर्नाटक के गृहमंत्री ने निर्वस्त्र कर घुमाने के आरोप का किया खंडन
घटना सामने आने के बाद कर्नाटक राज्य के गृहमंत्री जी. परमेश्वर ने कहा कि छात्रा के कपड़े उतारकर परेड कराए जाने की बात सच नहीं है। उन्होंने कहा कि इस मामले में पुलिस की ओर से ढिलाई बरते जाने की भी जांच करवाई जाएगी। यही नहीं, कनार्टक सरकार के एक मंत्री ने पीड़िता का नाम भी उजागर कर दिया जिस पर आपत्ति जताई जा रही है।
पुलिस आयुक्त मेघारिक ने भी पीडि़ता को निर्वस्त्र कर इलाके में घुमाने की मीडिया की रिपोर्टों को खारिज करते हुए अपने बयान में कहा कि एक्सीडेंट के बाद गुस्साई भीड़ ने पीडिता को टक्कर मारने वाली गाड़ी के ड्राइवर का साथी समझ कर केवल मारपीट हुई थी, जिसमें उनकी टी-शर्ट फट गई। पुलिस ने ही दोनों को वहां से बचाया था। बाद में मोहम्मद को नशे में गाड़ी चलाने और महिला को टक्कर मारने के मामले में रविवार रात को गिरफ्तार कर लिया गया। परन्तु पीडिता के साथ हुई घटना की एफआईआर दर्ज नहीं की गई थी।
पुलिस उपायुक्त टी. आर. सुरेश के अनुसार पुलिस ने सड़क दुर्घटना और भीड़ द्वारा किए गए हमले के बाद तुरंत मामला दर्ज नहीं किया, क्योंकि पीडित तनजानियाई युवती अपना बयान दर्ज कराने के लिए शहर में नहीं थी। पीडिता के आते ही उसके बयानों के आधार पर पुलिस ने आईपीसी की धारा 323, 324, 506, 509 तथा 354 के तहत मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी थी।
ये है पूरा मामला
रविवार रात सूडान के छात्र मोहम्मद अहाद की गाड़ी ने एक महिला पदयात्री शबाना ताज को टक्कर मार दी, जिससे महिला की मौत हो गई। घटना के बाद गुस्साई भीड़ ने कार चला रहे सूडान के छात्र मोहम्मद की पिटाई की। इसी दौरान तंजानिया की 21-वर्षीया छात्रा वहां से गुजर रही थी जिससे कथित रूप से पकड़ कर बदसलूकी की गई और उसके कपड़े फाड़ दिए गए। पुलिस उपायुक्त के अनुसार मोहम्मद की कार से हुई दुर्घटना के 30 मिनट बाद पीड़ित छात्रा की कार वहां पहुंची, जिसके बाद वहां जमा हुई भीड़ ने पीड़िता को मोहम्मद की मित्र समझ कर उसके साथ मारपीट की।
भीड़ ने लड़की को शर्ट देने से रोका
वहां से गुजर रहे एक अन्य व्यक्ति ने जब लड़की को बचाने की कोशिश की तो वह भी भीड़ के निशाने पर आ गया और भीड़ ने उसे भी पीटा। एक अन्य पीडित छात्र पीटर ने बताया, ‘मैंने लड़की को बचाने की कोशिश की, मैंने उसे अपनी शर्ट देनी चाही, लेकिन लोगों ने मुझे ऐसा करने से रोका और फिर मेरी पिटाई कर दी। उसने बताया कि बाद में कुछ स्थानीय लोगों के हस्तक्षेप करने पर ही वह बच सकें। चार लोगों ने मानव श्रृंखला बनाकर उन्हें घेर लिया तथा भीड़ से बचाया। बाद में पीडित छात्र-छात्रा को अस्पताल ले जाया गया।