भाजपा शासित नगर निगमों ने स्वच्छता अभियान को विफल किया : जैन
Published: Sep 26, 2016 11:48:00 pm
आप नेता ने कहा, दिल्ली के तीनों भाजपा शासित नगर निगमों ने स्वच्छ भारत अभियान को बुरी तरह विफल कर दिया है
नई दिल्ली। दिल्ली में साफ सफाई की खराब स्थिति के लिए नगर निगमों को दोषी ठहराते हुए दिल्ली के लोक निर्माण मंत्री सत्येंद्र जैन ने सोमवार को कहा कि राजधानी में भाजपा शासित नगर निगमों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान को बुरी तरह विफल कर दिया है। जैन ने कहा कि तीनों भाजपा शासित नगर निगम लोगों को परेशान करने और भ्रष्टाचार के जरिए पैसा कमाने के अलावा कुछ और नहीं करते हैं।
आम आदमी पार्टी (आप) नेता ने कहा, दिल्ली के तीनों भाजपा शासित नगर निगमों ने स्वच्छ भारत अभियान को बुरी तरह विफल कर दिया है। साथ ही, देश की छवि खराब करने के अलावा भाजपा को एक आईना भी दिखा दिया है। मलेरिया, डेंगू, और चिकनगुनिया के मामलों में वृद्धि के कारण स्वच्छता के मुद्दे पर सोमवार को उप राज्यपाल नजीब जंग के साथ बैठक के बाद जैन ने यह टिप्पणियां कीं।
आप नेता ने कहा, दिल्ली में स्वच्छता की स्थिति काफी खराब है और राजधानी में कूड़े के अंबार लगे हैं। इस स्थिति को लेकर मैं और उप राज्यपाल, दोनों चिंतित हैं। बैठक में जंग ने स्थिति से निपटने में मदद के लिए स्वास्थ्य विभाग, नगर निगमों और अन्य सरकारी विभागों के प्रयासों में तालमेल की आवश्यकता पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि शहर को स्वच्छ बनाने के लिए सरकारी तंत्र या स्थानीय निकाय अपने प्रयास ढीले नहीं कर सकते। जंग ने नगर निगमों को डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने और इन बीमारियों पर नियंत्रण बनाए रखने के लिए निवारक कदम उठाने के लिए जो धन दिया गया है, उसका उपयोग करने का निर्देश दिया।
उन्होंने उपायुक्तों और नगर निगमों से स्कूलों और उनके अधिकार क्षेत्र के तहत आने वाले इलाकों में पर्याप्त मच्छर रोधी ‘फॉगिंग’ सुनिश्चित करने को भी कहा। उप राज्यपाल ने आदेश दिया, जिला अधिकारी अपने अधिकार क्षेत्र में डेंगू और चिकनगुनिया की रोकथाम के लिए सिनेमा हालों को दृश्य-श्रव्य क्लिप चलाने की सलाह दे सकते हैं। मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम के मद्देनजर शहर को स्वच्छ रखने के लिए शॉपिंग मॉल और प्लाजा में मॉक ड्रिल संचालित किया जा सकता है।
उन्होंने स्वच्छता की जांच और मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए उठाए गए कदमों की सुनिश्चितता के लिए अनुमंडलीय मजिस्ट्रेट को इलाकों, अस्पतालों और सरकारी भवनों का औचक निरीक्षण करने को भी कहा।
शहर में स्वच्छता की खराब स्थिति के लिए भाजपा शासित निगमों को दोषी ठहराते हुए जैन ने कहा, क्या पैसे कमाने के अलावा निगर निगमों ने कोई काम किए हैं? वे केवल रिश्वत लेते हैं और कुछ नहीं करते हैं। अगर आप नगर निगमों द्वारा किए गए कामों की एक सूची बनाएंगे तो आप महसूस करेंगे कि वे केवल लोगों को परेशान करते हैं और उनसे पैसे कमाते हैं।
बैठक में उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, तीनों निगमों के आयुक्तों के साथ-साथ नई दिल्ली नगरपालिका परिषद के आयुक्त भी उपस्थित थे। स्वच्छता के मुद्दे पर नगर निगमों पर दबाव बनाने के लिए गत सप्ताह आप ने सोशल मीडिया पर ‘कचरा पता लगाओ’ अभियान शुरू किया था।