गौरतलब है कि रविवार को बीएसएफ ने कहा था कि यदि सैनिक उसके जवानों को निशाना बनाते हैं तो उसे इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।
20 अक्टूबर को गुमनाम शहीद
चार दिन पहले पाकिस्तान की और से की गई फायरिंग में जवान गुमनाम घायल हुए थे जिन्होंने रविवार को अंतिम सांस ली है। सोमवार को उनके पैतृक गांव में अत्येष्टि की जाएगी।