एक अस्पताल की लापरवाही की वजह से12 साल के बच्चे ने अपने पिता के कंधों पर ही दम तोड़ दिया।
कानपुर। यूपी के कानपुर में फिर इंसानियत को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया। एक अस्पताल की लापरवाही की वजह से12 साल के बच्चे ने अपने पिता के कंधों पर ही दम तोड़ दिया। ये पिता अपने बच्चे को कंधे पर लादकर एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल के चक्कर काटता रहा। डॉक्टरों से इलाज के लिए गुहार लगाता रहा।
कई घंटों तक तेज बुखार में तड़पता रहा बच्चा, नहीं मिला इलाज
मगर डॉक्टरों ने गरीब बच्चे की बीमारी को गंभीरता से नहीं लिया। यहां तक की बच्चे को ले जाने के लिए गरीब पिता को अस्पताल प्रशासन ने स्ट्रेचर तक मुहैया नहीं कराया। कई घंटों तक जब बच्चे को इलाज नहीं हुआ तो उसने अपने पिता के कंधे पर ही दम तोड़ दिया। ये मामला है कानपुर के फजलगंज का। फजलगंज में रहने वाले सुनील के बेटे को बहुत तेज बुखार था। ये बुखार से तपते अपने बेटे को लेकर शहर के हैलेट अस्पताल पहुंचा।
डॉक्टरों ने बच्चे को भर्ती करने से किया मना
हैलेट अस्पताल के डॉक्टर ने इस बच्चे को भर्ती करने से मना कर दिया। डॉक्टरों ने आधे घंटे तक सुनील की गुहार नहीं सुनी। आधे घंटे के बाद उसको बाल रोग विभाग जाने की सलाह दी। अपने बीमार बेटे को इमरजेंसी से बाल रोग विभाग तक ले जाने के लिए पिता ने स्ट्रेचर मांगा। मगर लाचार पिता को अस्पताल प्रशासन ने स्ट्रेचर भी नहीं दिया। सुनील अपने बेटे की जान बचाने के लिए उसे कंधे पर लादकर बाल रोग विभाग की तरफ भागा।
बच्चे को कंधे पर लादकर भागता रहा लाचार पिता
जब सुनील डॉक्टरों के पास पहुंचा तो उन्होंने बच्चे को मरा हुआ घोषित कर दिया। डॉक्टरों का कहना था कि अगर वो दस मिनट पहले आ जाता तो उसके बच्चे की जान बचाई जा सकती थी। सुनील ने बताया कि हैलेट अस्पताल में उसे कोई सुविधा नहीं मिला। वहां सिर्फ जूनियर डॉक्टर ही थे। किसी डॉक्टर ने उस पर रहम नहीं खाया वो बच्चे को कंधे पर लेकर इधर से उधर दौड़ता रहा।