इस टीम ने इजराय में ट्रेनिंग ली है और अत्याधुनिक हथियारों की मदद से आतंकवादियो का सामना करती है
हाल ही में पंजाब के गुरदासपुर में हुए आतंकी हमले में 11 घंटे तक चले मुठभेड़ के बाद तीनों आतंकवादियों को स्वाट टीम ने मार गिराया था। हमले में पहले पुलिस व सेना ने मोर्चा संभाला उसके बाद स्वाट टीम को बुलाया गया। स्वाट टीम ने मोर्चा संभालने के बाद तीनों आतंकवादियों को मार गिराया। पंजाब पुलिस ने आतंकवादी घटनाओं से निपटने के लिए एक विशेष दस्ता तैयार किया है। जिसे स्पेशल वेपन एंड टैक्टिस (स्वाट) नाम से जाना जाता है। पंजाब सरकार ने राज्य भर में तीन-तीन टुकड़ियों में 18 जगहों पर स्वाट टीम स्थापित की है। हम आपको बताने जा रहे हैं स्वाट टीम से जुड़े कुछ बातें
क्या है स्वाट
सबसे पहले स्वाट (स्पेशल वेपन एंड टेक्टिस) का गठन 1964 में अमरीका के फिलाडेल्फिया पुलिस विभाग में किया गया था। इसके तीन साल बाद इसे लॉस एंजिल्स पुलिस विभाग में शुरू किया गया। स्वाट टीम मिलिट्री कमांडों की तरह किसी भी आपात कालीन स्थिति में मोर्चा संभालती है और जरूरत पड़ने पर आधुनिक हथियारों से सामना भी करती है। स्वाट आतंकवादी घटनाओं का भी मुकाबला करती है।
क्यों पड़ी इस टीम की जरूरत
शहर में होने वाली आतंकी व अप्रिय घटनाओं पर तत्काल कार्रवाई करने के लिए अभी तक देश में ऐसी कोई पुलिस की विशेष टीम नहीं है। इसलिए स्वाट का गठन किया गया जो किसी भी घटना में तुरंत कार्रवाई कर सके। कई बार ऐसा होता है कि बड़ी घटना होने पर पुलिस सीमा विवाद में उलझ जाती है ऐसे में यह टीम बिना किसी सीमा विवाद के काम करती है।
कैसे दी जाती है ट्रेनिंग
स्वाट टीम इमरजेंसी में काम करती है और आपात स्थितियों में पहुंच कर कमांड अपने हाथ में लेकर कार्रवाई करती है। इस टीम में पंजाब के चुनिंदा लोगों को शामिल किया गया है। इस टीम के लोगों को इजरायल के ट्रेनरों ने ट्रेनिंग दी है। यह ट्रेनिंग आम ट्रेनिंग से बेहद अलग और गंभीर होती है।
आधुनिक हथियारों से लैस है स्वाट
स्वाट टीम के पास अत्याधुनिक हथियार मौजूद हैं जिसे यह टीम किसी ऑपरेशन के दौरान प्रयोग करती है। यह टीम एक स्थान से दूसरी जगह जाने के लिए विशेष वाहन का प्रयोग करती है। आतंकवादी हमलों की स्थिति में स्वाट टीमें राज्य पुलिस की जगह ले लेती है। इन टीमों के पास बेहद हल्के बुलेटप्रूफ जैकेट, बुलेटप्रूफ गाड़ियां, बुलेटप्रूफ हेलमेट और हैंडफ्री रेडियो सेट होते हैं।