नई दिल्ली। विश्व हिन्दू परिषद हिन्दूओं से जुड़े हितों के लिए काम कर रहे सभी लोगों और संगठनों को एकजुट करने की कोशिश करेगा। विहिप की योजना है कि अगले दस सालों में सभी को एकजुट कर लिया जाए ताकि संगठित हिन्दू समाज की स्थापना की जा सके।
विहिप के अंतरराष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष प्रवीण तोगडिय़ा कहा कि आज जब न्यूयार्क- पेरिस में जिहादियों द्वारा हमलों को अंजाम दिया जा रहा है और पूरा विश्व आतंकियों से निपटने के लिए एकजुट हुआ है।
हम भी पिछले कई सालों से जिहादियों की गंदी करतूतों को देख रहे हैं जो विश्व शांति के लिए खतरा बने हुए हैं। फिर भी हमें ‘गौण गतिविधियों वाला’ और ‘राष्ट्रविरोधी’ समझा जाता है।
उल्लेखनीय है कि तोगडिय़ा पिछले चार सालों से अशोक सिंघल के बीमार पडऩे के बाद से विहिप की पूरी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। पिछले सप्ताह सिंघल का निधन हो जाने के बाद अब संगठन का भार तोगडिय़ा पर ही आ गया है।
तोगडिय़ा ने विहिप का गोल्डन विजन 2025 का ड्राफ्ट तैयार किया है, जो व्यावसायिक हिंदू, जागरूक हिंदू, सक्रिय हिंदू से जुड़ी उनकी मुहिम को मजबूत करता है। इस ड्राफ्ट में परिवारों से किसी अलग जाति के कम से कम एक परिवार के साथ दोस्ताना रिश्ते बनाने को कहा गया है।
साथ ही हर जिले में धर्म प्रसार गतिविधि और भक्तजन मंडली बनाने को कहा गया है। इसमेें स्लम स्कूल्स, लड़कियोंं के लिए संस्कार स्कूल, महिलाओं के स्वयं सहायता समूह की संख्या बढ़ाने, स्किल डवलपमेंट और फ्री हेल्थ प्रोग्राम्स आयोजित करने की बात कही गई है।
तोगडिय़ा कहते हैं कि राम मंदिर मुद्दा सिर्फ विहिप या हिन्दुओं का ही नहीं है। यह तो प्रतिबद्धता है।
धर्म संसद पहले से ही इसकी मांग करती रही है और अब संसद को अयोध्या में मंदिर निर्माण के लिए कानून बनाना चाहिए। संघसरचालक भागवत भी पहले कह चुके हैं कि मंदिर निर्माण के लिए गंभीर प्रयास करने चाहिए।
उन्होंने उम्मीद जताई कि अब जबकि वर्तमान में संसद में बहुमत है, भाजपा को कुछ करना चाहिए क्योंकि यह उसकी भी प्रतिबद्धता है।