एम्ब्रायर एयरक्राफ्ट डील में दी गई थी 36 करोड़ रुपये की रिश्वतः CBI
Published: Sep 29, 2016 11:41:00 am
CBI वर्ष 2008 में यूपीए सरकार के कार्यकाल के दौरान हुई तीन एयरक्राफ्ट्स की डील की जांच कर रही है
नई दिल्ली। सीबीआई ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा है कि एम्ब्रायर एयरक्राफ्ट डील में शुरुआती जांच में लगभग 5.5 मिलियन डॉलर (लगभग 36.50 करोड़ रुपए) की धनराशि कमीशन के रुप में दी गई थी। 208 मिलियन अमेरिकी डॉलर की इस डील में घूसकांड की जांच कर रही सीबीआई का मानना है कि यह तथ्य उसे सही दिशा में आगे बढ़ने में मदद करेगा। सूत्रों के अनुसार ब्राजीली कंपनी ने यह घूस विदेश में दी थी हालांकि सीबीआई ने बिचौलिए का नाम बताने से इनकार कर दिया।
गौरतलब है कि वर्ष 2008 में यूपीए सरकार के कार्यकाल के दौरान तीन एयरक्राफ्ट्स की डील हुई थी। इन विमानों को स्वदेशी राडार सिस्टम से लैस किया जाना था। ब्राजीली कंपनी एम्ब्रायर ने पहला EMB-145 एयरक्राफ्ट 2011 में डीआरडीओ को सौंपा था। इसके बाद अन्य विमानों को सौंपा गया। सूत्रों ने कहा कि एजेंसी ने अपने संपर्कों के माध्यम से यह जानकारी हासिल की है कि 36 करोड़ रुपये का कमिशन बिचौलिए को दिया गया था ताकि ब्राजीली कंपनी के पक्ष में डील कराई जा सके।
सीबीआई के जुड़े सूत्रों ने बताया कि फिलहाल इस मामले में प्रीलिमिनरी इन्क्वायरी रिपोर्ट दर्ज की है। इस मामले में प्रथमदृष्टया सबूत मिलने के बाद एजेंसी इस मामले में जांच के लिए एफआईआर दर्ज करेगी। हाल ही में एक ब्राजीली अखबार ने अपनी रिपोर्ट में लिखा था कि कंपनी ने सऊदी अरब और भारत में सौदे के लिए एक बिचौलिये की मदद ली थी। भारत में वर्तमान नियमों के अनुसार किसी भी रक्षा सौदे में डील के लिए कमीशन लेना या देना दोनों अपराध है।