जनगणना की कुछ मोटी बातें:
– आजादी के बाद पहली जातिगत जनगणना। इससे पहले 1932 में ऎसी जनगणना हुई थी।
– देश में केवल 4.6 प्रतिशत ग्रामीण परिवार ही आयकर देते हैं।
-20.69 प्रतिशत ग्रामीण परिवारों के पास ऑटोमोबाइल या मछली पकड़ने की नौका है।
-94 प्रतिशत ग्रामीण परिवारों के पास मकान है और इनमें से 54 फीसदी के पास 1-2 कमरों का मकान है।
-ग्रामीण क्षेत्रों के नौकरीशुदा लोगों में से पांच प्रतिशत के पास सरकारी नौकरी है जबकि 3.5 प्रतिशत परिवार प्राइवेट सेक्टर में हैं।
– कुल ग्रामीण जनसंख्या के 56 प्रतिशत लोग जमीन के मालिक नहीं है।
– देश में केवल 4.6 प्रतिशत ग्रामीण परिवार ही आयकर देते हैं।
-20.69 प्रतिशत ग्रामीण परिवारों के पास ऑटोमोबाइल या मछली पकड़ने की नौका है।
-94 प्रतिशत ग्रामीण परिवारों के पास मकान है और इनमें से 54 फीसदी के पास 1-2 कमरों का मकान है।
-ग्रामीण क्षेत्रों के नौकरीशुदा लोगों में से पांच प्रतिशत के पास सरकारी नौकरी है जबकि 3.5 प्रतिशत परिवार प्राइवेट सेक्टर में हैं।
– कुल ग्रामीण जनसंख्या के 56 प्रतिशत लोग जमीन के मालिक नहीं है।